सैदपुर : दोयम दर्जे से भी घटिया ईंट से बन रहा था खड़ंजा व बिना चेंबर का सीवर, प्रधान ने कहा - दो नंबर के ईंट का ही है आदेश तो कैसे कराएं नंबर 1 ईंट से काम





सैदपुर। क्षेत्र के कई गांवों में कराए जा रहे विकास कार्यों में स्थानीय जनप्रतिनिधि किस कदर गंभीर घोटाला कर रहे हैं और पूछने पर सवा सेर बनकर विभाग को ही गलत साबित कर रहे हैं, इसकी बानगी शुक्रवार की दोपहर में नारायणपुर ककरहीं गांव में देखने को मिली। शुक्रवार की दोपहर में ग्रामीणों द्वारा विरोध किए जाने की शिकायत के बाद मौके पर पहुंचने पर पता चला कि गांव में प्रधान गोविंद यादव द्वारा विकास कार्य कराए जा रहे हैं, जिसमें गांव में सीवर व ईंट का खड़ंजा बिछवाया जा रहा है। गांव में प्रधान द्वारा जो खड़ंजा बिछवाया जा रहा था, उसकी गुणवत्ता इस कदर खराब थी कि वो अभी पूरा होने के पूर्व ही उसकी ईंटें कई जगह से न सिर्फ टूट रही थीं, बल्कि उस वो कई जगह से झड़कर गिर रही थीं। मौके पर अतुल व यादव ब्रांड की दोयम से भी कई दर्जे नीचे की ईंट का प्रयोग किया जा रहा था। मौके पर विरोध कर रहे ग्रामीणों ने ईंट की गुणवत्ता दिखाते हुए उसे आपस में हल्का सा टकराया तो ईंटें टूट गईं। जब प्रधान गोविंद यादव से ईंटों की खराब गुणवत्ता की शिकायत की गई तो अपनी गलती मानने की बजाय कहा गया कि इसके लिए जेई से पूछिए, वो सर्वे करके गए हैं, तभी तो लग रहा है। फिर कहा कि जब विभाग से दो नंबर की ईंट लगाने के लिए पास किया गया तो दो नंबर की ही ईंट लगेगी न। फिर सवाल किया गया कि अगर 2 नंबर की ईंट का बजट पास हुआ है तो ये ईंटें उससे भी घटिया क्यों हैं, इस पर वो फिर से जेई व बीडीओ से बात करने को कहने लगे। वहीं मौके पर उनके द्वारा रास्ते पर गांव के लोगों के घरों का पानी निकालने के लिए सीवर डलवाया जा रहा था लेकिन सरकारी धन का गबन करने के लिए किसी भी सीवर में चेंबर नहीं बनवाया जा रहा था और उसका भी ग्रामीणों द्वारा जबरदस्त विरोध किया जा रहा था कि अगर आप चेंबर नहीं बनाएंगे तो हमारे घरों का व बरसात का पानी कहां गिरेगा। इस पर प्रधान ने कहा कि जब खड़ंजा लग जाएगा, तब चेंबर बनेगा न तो ग्रामीणों ने कहा कि जब खड़ंजा बन जाएगा तो क्या उसे फिर से उखाड़कर चेंबर बनवाया जाएगा? इस मुद्दे पर ग्रामीणों ने काम भी रोक दिया। वहीं प्रधान के कहने पर ही जब इसके लिए खंड विकास अधिकारी से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई नियम ही नहीं है कि इस तरह के विकास कार्यों में दो नंबर की ईंट का प्रयोग किया जाए। ये भी कहा कि अगर कोई ये चाहे कि दो नंबर की ईंट से काम कराकर दो नंबर की ईंट दर्शाकर उसका भुगतान प्राप्त कर ले तो ये भी संभव नहीं है। कहा कि अगर ऐसा हो रहा है तो ये कार्य सरासर गलत है और इसके लिए मौके पर सचिव के भेजकर पूरे काम की जांच कराई जाएगी। तब तक काम को रोका गया है। इस दौरान प्रदर्शन करने वालों में अमरनाथ मिश्र, लल्लन यादव, गोपाल मिश्र, अजय मिश्र, सदानंद मिश्र, बीडीसी बृजेश यादव आदि रहे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< हेड कांस्टेबल के स्थानांतरण पर दी गई भव्य विदाई
सैदपुर तहसील के पूर्व बाबू के लाखों रूपए गबन करने का खुलासा, 3 चाय विक्रेताओं को बनाया बकरा, पहले भी हो चुका है निलंबित >>