पत्रकार अशोक कुशवाहा के पुत्र आईपीएस डॉ. संतोष को मिली डॉक्टरेट की उपाधि, जिले में हर्ष का माहौल, उपराष्ट्रपति तक कर चुके हैं सम्मानित
देवकली। छत्तीसगढ़ के रायपुर/दुर्ग के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसएसपी रायपुर संतोष कुमार सिंह को बड़ी शैक्षणिक उपलब्धि हासिल हुई है। उन्हें दुर्ग जिले के हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने संयुक्त राष्ट्र के शांति प्रयासों से जुड़े विषय पर डॉ. सिंह द्वारा किए गए शोध कार्यों के लिए डॉक्टरेट की उपाधि दी है। इस उपलब्धि के बाद दुर्ग सहित उनके पैतृक जनपद गाजीपुर सहित सैदपुर में हर्ष का माहौल है। मूल रूप से गाजीपुर के सैदपुर स्थित देवकली गांव निवासी पत्रकार अशोक कुशवाहा के बड़े पुत्र डॉ. संतोष ने पुलिस सहित सामाजिक क्षेत्रों में काफी बड़े मानदंड स्थापित किए हैं। उनके कार्यों से प्रभावित होकर देश के उपराष्ट्रपति तक उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। पत्रकार अशोक कुशवाहा के मंझले पुत्र डॉ शैलेन्द्र सिंह जखनियां सीएचसी में बाल रोग विशेषज्ञ हैं और सबसे छोटे पुत्र डॉ धर्मेन्द्र सिंह मेघायल के एमफ्लू केन्द्रीय विश्वविद्यालय शिलांग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हैं। आईपीएस डॉ सिंह ने अपना शोध डॉ. सुनीता मिश्रा के निर्देशन में पूरा किया है। उनके शोध का विषय ’संयुक्त राष्ट्र के शांति-निर्माण प्रयासों की भूमिका व कार्यों की समालोचना’ है। शोध में उन्होंने पाया कि शीत युद्ध के बाद दुनिया में हिंसाग्रस्त राष्ट्रों में शांति को चिरस्थाई बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र को शांति रक्षा (पीस कीपिंग) और शांति स्थापना (पीस मेकिंग) प्रयासों से आगे बढ़कर शांति निर्माण या सुदृढ़ीकरण (पीस बिल्डिंग) कार्यों पर जोर देने की आवश्यकता है। इस सदी में संयुक्त राष्ट्र के यूएन पीस बिल्डिंग कमीशन के पर्यवेक्षण में किए जा रहे पीस बिल्डिंग मिशनों ने दुनिया में शांति प्रयासों को बहुत मजबूत किया है। उन्होंने विश्वविद्यालय के टैगोर हॉल में शोध की प्रस्तुति दी। इस दौरान कुलपति डॉ अरुणा पल्टा, कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से आए बाह्य परीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण शर्मा, डॉ अंजनी शुक्ला, डॉ सुनीता मिश्रा, डॉ प्रमोद यादव, डॉ राजमणि पटेल, डॉ सपना शर्मा सहित उनके पत्रकार पिता अशोक सिंह व मां लक्ष्मी देवी सहित उनकी पत्नी वंदना सिंह भी मौजूद थीं। बता दें कि भारत विभिन्न देशों में कार्यरत शांति सेनाओं में दुनिया में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से तीसरे नंबर पर है। वरिष्ठ भारतीय पुलिस और सैन्य अधिकारी शांति मिशनों में भाग लेते हैं। श्री सिंह का यह शोध प्रबंध विदेश नीति के नीति निर्धाताओं, प्रैक्टिसनर्स व छात्रों के लिए विशेष उपयोगी सिद्ध होगा। श्री सिंह ने वाराणसी के बीएचयू से राजनीतिशास्त्र में एमए और जेएनयू से अंतर्राष्ट्रीय संबंध विषय में एमफिल किया है। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई गाजीपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय से हुई है।