नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर डायट पर हुआ सेमिनार, लोगों ने दिए बेहतरीन सुझाव
सैदपुर। नगर स्थित डायट सभागार में ’राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020, संभावनाएं चुनौती एवं समाधान के लिए सुझाव’ विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ प्रोफेसर सुरेंद्र राम ने किया। इसके पश्चात वक्ताओं ने शिक्षा नीति के क्रियान्वयन चुनौती पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए उपशिक्षा निदेशक उदयभान कहा कि नीति में निहित परिणामों को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों को शिक्षण पद्धति में बदलाव करना होगा। विद्यार्थियों को पढ़ाने से ज्यादा उन्हें पढ़ने में सहयोग देने पर बल देना होगा। कहा कि नई शिक्षा नीति भारतीय संस्कृति को संरक्षित रखते हुए देश की आवश्यकता एवं चुनौतियों को पूरा करने में मील का पत्थर साबित होगी। सहायक प्रवक्ता दीपक सिंह ने कहा कि यह शिक्षा नीति देश की शैक्षिक संरचना, पाठ्यचर्या एवं शिक्षण विधियों आदि में परिवर्तन लाते हुए देश को नई दिशा देगी। डॉ जयप्रकाश शर्मा ने उच्च शिक्षा में शोध प्रशिक्षण पर विचार रखे। इस दौरान अन्य प्रमुख विषयों पर भी चर्चा की गई, जिनमें डॉ सर्वेश राय द्वारा शिक्षकों के गौरव एवं सम्मान विकसित करने पर व वरिष्ठ प्रवक्ता प्रभुराम चौहान ने शिक्षकों के प्रशिक्षण और विकास पर अपने विचार रखते हुए कहा कि शिक्षकों द्वारा गहन चिंतन एवं संवाद जरूरी है। इस मौके पर काशी नरेश पीजी कॉलेज के बीएड विभागाध्यक्ष डॉ जयप्रकाश शर्मा, सह समन्वयक डॉ अर्चना सिंह, सहसचिव आलोक कुमार, प्रवक्ता डॉ मंजर कमाल, सुमन तिवारी, अंकिता सिंह, अभय चंद्रा, बृजेश कुमार, आलोक तिवारी आदि मौजूद रहे। संचालन प्रवक्ता हरिओम प्रताप यादव ने व आभार वरिष्ठ प्रवक्ता राजीव पाठक ने ज्ञापित किया।