टीबी रोग के दवा डिमांड व वितरण को लेकर जिले के सभी 105 फार्मासिस्टों को दिया गया प्रशिक्षण
ग़ाज़ीपुर। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2025 तक टीबी मुक्त भारत करने के क्रम में विभाग द्वारा लगातार कवायद की जा रही है। इसी क्रम में सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में 20 से 22 फरवरी तक जनपद के समस्त फार्मासिस्ट को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें उन सभी को दवाओं के निक्षय पोर्टल के माध्यम से डिमांड और वितरण के बाबत जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि क्षय रोग के दवाओं के रखरखाव, मरीजों में सुदृढ़ रूप से वितरण करना व निक्षय औषधि पोर्टल के माध्यम से सभी दवाओं का डिमांड व वितरण करने के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के फार्मासिस्टों को प्रशिक्षित किया गया। बताया कि जनपद में कुल 105 फार्मासिस्ट हैं, जो इसमें हिस्सा लेंगे। इस दौरान सभी फार्मासिस्ट को क्षय रोग मरीज को गोद लेने और अन्य लोगों से गोद लेने के लिए प्रेरित करने के लिए भी कहा गया। कहा कि जनपद में अभी तक 1112 मरीजों को गोद लिया गया है। इस दौरान सोमवार से सक्रिय टीबी रोगी खोजी अभियान का भी शुभारंभ हुआ। जिसे जनपद के सभी मदरसा, वृद्धा आश्रम, बाल सुधार गृह में चलाया गया, जहां पर सभी सस्पेक्टेड लोगों के बलगम परीक्षण व स्कैनिंग किए गए। अगले दो दिनों तक जिला कारागार में बंदियों की जांच की जाएगी। बताया कि जनपद में 1 जनवरी 2023 से अब तक 494 टीबी मरीज खोजे गए हैं। जबकि साल 2022 में पहले 3603 और निजी चिकित्सालय के माध्यम से 525 टीबी मरीजों को खोजा गया था।