उमा पब्लिक स्कूल में हो रहे श्रीराम कथा धर्म सम्मेलन में तीसरे दिन उमड़ा जनसैलाब, शांतनु महाराज ने की गाधीपुरी की व्याख्या
खानपुर। क्षेत्र स्थित बहेरी के साईं की तकिया स्थित उमा पब्लिक स्कूल में चल रहे श्रीराम कथा धर्म सम्मेलन के तीसरे दिन प्रयागराज से आए प्रख्यात कथा वाचक शांतनु महाराज ने श्रीराम के परिवार से सीख लेने की बात कहते हुए प्रवचन दिया। कहा कि गाजीपुर की धरती का रामायण काल से ही सीधा संबंध रहा है। लोक कल्याण और समाज सुरक्षा के लिए विश्वामित्र मुनि ने इसी धरती यानी गाधीपुरी से पहल किया था। कहा कि जैसे त्रेतायुग में दशरथ और कौशल्या, सुमित्रा, कैकेई जैसे माता-पिता ने देश की रक्षा के लिए अपने बेटे यानी श्रीराम को भेज दिया, उसी प्रकार आज भी गाजीपुर के अनेकों माता-पिता देश की रक्षा के लिए अपने बेटों को फौज में भर्ती होने के लिए भेजते हैं। कहा कि रामचरित मानस में समस्त शास्त्रों का सार समाहित है। अपने जीवन का कुछ समय अपने प्रभु के लिए जरूर लगाना चाहिए। कहा कि कथा सुनने के बाद प्रभु को याद करते हुए अपने जीवन में भी इसे जरूर उतारें, तभी कल्याण संभव है। बता दें कि प्रतिदिन 3 से शाम 6 बजे तक चलने वाले इस श्रीराम कथा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। श्रीराम कथा के आयोजक रामगोपाल सिंह ने सपत्नीक प्रभु श्रीराम दरबार का पूजन अर्चन कर यजमान की भूमिका निभाई। संयोजक अतुल सिंह और आनंद सिंह ने आगंतुक श्रद्धालुओं व श्रोताओं का आभार प्रकट किया। बताया कि रोजाना कई गांवों में श्रद्धालुओं को लाने के लिए बस सेवा भी की जा रही है।