महापर्व छठ पर सौभाग्य की बजाय घर आ गया काल, बेदी बनाने गए चाचा-भतीजे की नदी में डूबकर मौत, मचा कोहराम
करंडा। थानाक्षेत्र के गोशंदेपुर गांव में डाला छठ की तैयारियां एक परिवार के लिए काल बन गया। छठ पूजा के लिए गंगा नदी पर बेदियां बनाने गए चाचा-भतीजे की नदी में डूबने से मौत हो गई। वहीं एक बच गया। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से दोनों के शव बरामद कराए। जिसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। परिजनों समेत पूरे गांव में कोहराम मच गया है। गोशंदेपुर गांव निवासी सुजीत गिरि 25 पुत्र स्व. सुभाष के घर में छठ पूजा का आयोजन होना था। जिसके लिए वो घाट पर बेदी बनाने अपने भतीजे ओम गिरि 15 पुत्र संजय के साथ घाट पर पहुंचा। इस बीच वहां बेदी बनाया और ओम नहाने लगा। इस बीच ओम थोड़ा अंदर चला गया लेकिन नदी में बाढ़ के चलते उसे अंदाजा नहीं मिला और गहरे पानी में जाकर डूबने लगा। ये देख सुजीत बचाने को कूदा और वो भी डूब गया। उनके साथ आया एक अन्य युवक भी कूदा। इधर दोनों को डूबता देख वहां मौजूद महिलाओं ने साड़ी फेंकी तो हिमांशु साड़ी के सहारे बाहर निकल गया। इधर दो लोगों के डूबने की सूचना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस मौके पर पहुंची और तलाश शुरू कराई। इसके बाद एसडीएम भी मौके पर पहुंची। करीब 3 व 4 घंटों के बाद दोनों के शव बरामद हुए। जिसके बाद चीख पुकार मच गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।