आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम का हुआ वर्चुअल संवेदीकरण, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने का निर्देश
गोरखपुर। जिले में पहली बार सभी आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी और एएनएम का एक साथ वर्चुअल संवेदीकरण गुरुवार की देर शाम किया गया। ऑनलाइन सेशन में जिलाधिकारी विजय किरण आनंद और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने घर-घर संवेदीकरण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम और मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दिशा-निर्देश दिये। कार्यक्रम के दौरान अंग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं से कहा गया कि कोविड की रोकथाम और शत प्रतिशत टीकाकरण बगैर उनके सक्रिय सहयोग के नहीं हो सकता है। इस समय घर-घर संवेदीकरण अभियान चल रहा है। ऐसे में जिन घरों पर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां जा रही हैं, वहां लक्षणयुक्त व्यक्तियों को मेडिसन किट दें और कोविड की जांच करवाएं। नियमित टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती की सूची तैयार करें। 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। सीएमओ ने बताया कि जिलाधिकारी की पहल पर पहली बार एक साथ सभी अंग्रिमपंक्ति कार्यकर्ताओं का संवेदीकरण हुआ है। शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव, नियमित टीकाकरण और परिवार नियोजन कार्यक्रमों के बारे में भी सभी को जानकारी दी गयी और उनकी भूमिका को समझाया गया है। अंग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं को यह भी बताया गया कि ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) पर वह सभी लॉजिस्टिक के साथ जाएं और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करें। इन सेवाओं को देने में किसी भी प्रकार की चुनौती आ रही है तो अवगत कराएं। हर चुनौती और समस्या का निराकरण करवाया जाएगा। एसीएमओ डॉ. नंद कुमार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. संदीप पाटिल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद ने भी संबोधित किया। वर्चुअल संवेदीकरण कार्यक्रम के दौरान कोविड टीकाकरण से जुड़ी भ्रांतियों से संबंधित आधा दर्जन वीडियो दिखाए गए और अपील की गयी कि इन वीडियो को समुदाय के बीच ले जाकर लोगों को प्रेरित किया जाए। वहीं जिलाधिकारी ने सभी अंग्रिमपंक्ति कार्यकर्ताओं से आपस में समन्वय बना कर कार्य करने की अपील की। उन्होंने घर-घर संवेदीकरण कार्यक्रम में प्रत्येक लाभार्थी तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के भी दिशा-निर्देश दिये। कोविड का चेन तोड़ने के लिए लक्षणयुक्त व्यक्तियों के चिन्हिकरण और उनकी जांच कराए जाने पर विशेष जोर दिया।