एक माह से अधिक समय से जल निगम पर लटका ताला, कई गांवों में पेयजल आपूर्ति ठप होने से बुरा हाल
बहरियाबाद। विभागीय दुर्व्यवस्था के चलते स्थानीय जल निगम पर बीते एक दिसम्बर से ताला लटक रहा है और तकनीकी गड़बड़ी के चलते जलापूर्ति पूरी तरह से ठप्प हो गई है। जिससे पेयजल को लेकर पिछले एक माह से स्थानीय कस्बा के ग्राम पंचायत आराजी कस्बा सवाद व चकफरीद सहित कबीरपुर व नादेपुर ग्राम पंचायत के लगभग 750 कनेक्शन धारकों को पानी की एक-एक बूंद को लेकर परेशान होना पड़ रहा है। हालांकि कस्बा में निर्मल नीर परियोजना के तहत एक अन्य पानी टंकी का निर्माण पिछले वर्ष कराया गया है। जिसका संचालन ग्राम पंचायत द्वारा किया जा रहा है। लेकिन उक्त टंकी का पानी दुर्गंधयुक्त, गंदा व खारा है और जो पीने योग्य नहीं है। उक्त टंकी से कनेक्शन मात्र स्थानीय कस्बा के कुछ ही लोगों का है। मजबूरन लोग दूसरों के घरों में लगे सबमर्सिबल या फिर दूर-दूर लगे हैंडपम्पों से पानी लाने को विवश हैं। पेयजल की पूर्ति के लिए लोग महंगे दामों पर पानी खरीद रहे हैं। गौरतलब है कि शासन ने पिछले एक दिसम्बर को विभाग को शहरी व ग्रामीण करके दो हिस्सों में बाँट दिया है। जिससे बहरियाबाद जल निगम पर कार्यरत एक मात्र कर्मचारी बालचंद राम का स्थानांतरण विभाग ने शहरी क्षेत्र सादात में कर दिया गया। इधर स्थानांतरित हो चुके कर्मचारी बालचंद राम ने बताया कि पेयजल की समस्या को देखतें हुए जेई अश्विनी कुमार (शहरी क्षेत्र) ने उन्हें कुछ दिनों के लिए बहरियाबाद भी देखने को कहा है। बीते 8 दिसम्बर को बहरियाबाद जल निगम पहुंचने पर ट्रांसफार्मर से कौवे के चिपक जाने से मीटर तक के जले तार को लाइनमैन से मिलकर सही कराया। लेकिन तब पता चला कि समर्सिबल के 7 हार्स पावर का मोटर जल गया। जो एक सप्ताह पूर्व बनकर आया। लेकिन अब बोरिंग का पाइप पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। पानी का अधिक हिस्सा पाइप से ही गिर जा रहा है। जिससे जल की आपूर्ति नही हो पा रही है। जेई ग्रामीण सुनील कुमार ने बताया कि चार बोरिंग पाइप क्षतिग्रस्त है। दुरूस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। कहा कि कर्मचारियों का अभाव है। फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों के संचालन की अभी तक स्पष्ट कोई व्यवस्था बन नहीं पाई है। इस सम्बन्ध में अधिशासी अभियंता ग्रामीण ही कुछ स्पष्ट बता सकते हैं। इधर स्थानीय क्षेत्र पंचायत सदस्य हबीबुल रहमान (बेचू) ने बताया कि बीते 17 दिसम्बर को फोन पर जिलाधिकारी को समस्या से अवगत कराया गया बावजूद अभी तक विभाग समस्या का निस्तारण करने में असफल है। आशीष सहाय, सतीश कुमार श्रीवास्तव, शब्बू आलम, विनोद कुमार श्रीवास्तव, रामाश्रय मद्धेशिया, भिक्खू मद्धेशिया, तारिक़ जमाल, संतोष मद्धेशिया, चंद्रिका कुशवाहा, राधेश्याम जायसवाल, मो. उस्मान आदि उपभोक्ताओं ने जिलाधिकारी सहित विभाग के उच्च अधिकारियों से तत्काल उचित व्यवस्था कर जलापूर्ति बहाल कराने की मांग की है।