शुरू हुआ बाल स्वास्थ्य पोषण माह, डिस्पोजेबल चम्मच से दी जाएगी नवजातों को खुराक





गोरखपुर। जिले में 22 दिसम्बर से एक माह तक बाल स्वास्थ्य पोषण माह (बीएसपीएम) मनाया जाएगा। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किये जाने का दिशा-निर्देश है। बच्चों को विटामिन ए की खुराक देने के लिए डिस्पोजेबल चम्मच का इस्तेमाल होगा। सभी अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के पास सेनेटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक से प्राप्त पत्र में दिये गये दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। डॉ. पांडेय ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दुबे की देखरेख में यह अभियान सभी टीकाकरण सत्र स्थलों से संचालित किया जाएगा। कोविड को देखते हुए एक सत्र स्थल पर अधिकतम 10 बच्चों को ही एकत्रित करने की छूट होगी। आशा कार्यकर्ता सुनिश्चित करेंगी की बच्चों को अंतराल पर ही बुलाया जाए। प्रत्येक सत्र स्थल पर नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक देने के साथ-साथ छह माह से पांच साल तक के बच्चों को एनीमिया से बचाव के लिए आईएफए सिरप भी दिया जाएगा। डॉ. पांडेय ने बताया कि बच्चों को विटामिन ए की नौ खुराकें देने का प्रावधान है, जिसमें नौ से बारह माह तक के बच्चों को एमआर के प्रथम टीके के साथ आधा चम्मच यानि एक एमएल, 16 से 24 माह तक के बच्चे को एमआर के दूसरे टीके के साथ पूरा चम्मच यानि दो एमएल, जबकि दो से पांच वर्ष तक के बच्चे को छह-छह माह के अंतराल पर पूरा चम्मच यानि दो एमएल विटामिन ए का सिरप दिया जाना है। विटामिन ए बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ उनका कोविड से भी बचाव करता है। बच्चों को दोनों प्रकार के सिरप ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी) और शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस (यूएचएनडी) के मौके पर दिये जाएंगे। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि मिशन निदेशक द्वारा भेजे गये पत्र के अनुसार प्रदेश में 16.9 फीसदी बच्चे विटामिन ए की कमी से ग्रसित हैं। इस समस्या को दूर करने में विटामिन ए संपूर्णन कार्यक्रम की अहम भूमिका है। इस बार सत्र स्थल पर ही आईएफए सिरप भी वितरित किया जाएगा और इसे पिलाने का तरीका भी अंग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं द्वारा बताया जाएगा। इसकी प्रविष्टि एमसीपी कार्ड में भी अंकित की जाएगी।



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