योगी सरकार ने लगाया कांवर यात्रा पर प्रतिबंध, उदास होने के बावजूद साधु-संतों ने की निर्णय की सराहना





खानपुर। न्यायालय द्वारा कांवर यात्रा को लेकर की गई टिप्पणी के बाद योगी सरकार ने आखिरकार कांवर यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है। लगातार तीसरे साल कांवर यात्रा बंद होने के बाद जहां कई श्रद्धालुओं के चेहरे पर उदासी साफ दिख रही है तो इस निर्णय की अधिकांश द्वारा सराहना भी की जा रही है। इस निर्णय पर सभी साधु संतों सहित धार्मिक पुजारियों ने मुक्तकंठ से सराहना की है। हज यात्रा और अमरनाथ यात्रा के बाद कांवर यात्रा पर भी लगातार तीसरे साल ग्रहण लगा है। गौरी स्थित पर्णकुटी के महंत अरुनदास ने कहा कि सभी श्रद्धालु शिवभक्त अपने घरों के आसपास शिवालय में जलार्चन करें। शिव का अंश प्रकृति के कण-कण में व्याप्त है इसलिए बड़े मंदिर या लंबी कांवर यात्रा पर जाने के बजाय अपने घर में महीने भर शिवलिंग स्थापित कर पूजापाठ और रुद्राभिषेक कर भगवान शिवपार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करें। बभनौली स्थित बिछुड़ननाथ महादेव धाम के पुजारी सच्चिदानंद गिरी और सिधौना स्थित सिद्धेश्वर नाथ महादेव मंदिर के पुजारी जगदम्बा सिंह ने सरकार के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि कांवरिया लोग कांवर लेकर सामूहिक रूप से नदी स्नान और समूह में लंबी यात्रा करते है। ऐसे में रास्ते में कोविड संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने की प्रबल संभावना है। कहा कि कोरोना महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है। भले ही उसका प्रसार जरूर कम हुआ है, ऐसे में हमें अपने साथ-साथ अपने स्वजनों के लिए भी सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है। रामपुर, खानपुर, नायकडीह, नेवादा, गहिरा, हरिहरपुर, भुजहुआ, मौधा आदि गांवों के कांवरिया संघ के पदाधिकारी भी कांवर यात्रा न निकाल अपने-अपने गांव के शिवालयों पर पूजापाठ, महारुद्राभिषेक व शिव श्रृंगार की तैयारी कर रहे हैं।



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