आरक्षण सूची ने बिना चुनाव लड़े दर्जनों गांवों की राजनीति से सवर्णों की राजनीति कर दी साफ, क्षत्रिय महासभा ने पत्रक देकर लगाया आरोप
गाजीपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए जारी आरक्षण सूची को लेकर शनिवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह के नेतृत्व में मुख्य विकास अधिकारी से मिला और जिलाधिकारी को संबोधित पत्रक सौंपा। कहा कि आगामी चुनावों में ग्राम पंचायतों के लिए गाजीपुर में जारी की गई आरक्षण सूची में भारी खामियां हैं। कहा कि जिले में कई ऐसी पंचायतें हैं, जहां की सीटों को सामान्य श्रेणी में रखा गया है, जबकि उक्त गांवों में सामान्य वर्ग की संख्या या तो एकदम शून्य है या फिर 1 या 2 प्रतिशत है। कहा कि सामान्य वर्ग की शून्य आबादी वाले गांवों को सामान्य वर्ग में रखा गया और नियमानुसार उस वर्ग में हर वर्ग के लोग लड़ सकते हैं। ऐसे में गांव में सामान्य वर्ग की आबादी के अभाव में अन्य वर्गों के लोग ही उस श्रेणी में चुनाव लड़ेंगे और इस तरह से सामान्य जाति वालों को बिना चुनाव लड़े ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। बताया इस तरह के गांव में देवकली ब्लॉक के रईसपुर, सिकंदरा, विशुनपुरा, तरांव, दवोपुर, रामपुर बंतरा, मंझरिया, छपरा, चितौरा, सराय शरीफ, धनईपुर, बेलासी, निन्दोपुर, करंडा ब्लॉक के सराय मोहम्मदपुर, ढेलवां, बयेपुर आदि गांव ऐसे हैं, जहां पर आरक्षण के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करते हुए सवर्णों के साथ बड़ा धोखा किया गया है। कहा कि इसे सवर्ण समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। मांग किया कि पुनरीक्षण करते हुए जिले की सभी सीटों का आरक्षण पुनः संवैधानिक ढंग से लागू किया जाए, ताकि सामान्य वर्ग के साथ न्याय हो सके। इस मौके पर जिला महामंत्री बृजेश सिंह, जेपी सिंह, सुजीत सिंह, पुष्कर सिंह, प्रवीण सिंह, गुड्डू सिंह, मनीष सिंह आदि रहे।