भिखारियों के हाथ से लिया कटोरा और उन्हें दे दिया उनके हुनर का ज्ञान, गरीबों की मदद से सैदपुर की रोली ने लगाई अंतर्राष्ट्रीय उड़ान
खानपुर। क्षेत्र के रामपुर निवासिनी रोली सिंह ने संयुक्त राष्ट्र संघ की वाराणसी में आयोजित एक प्रतियोगिता में चयन समिति के जज के रूप में कार्य करके पूरे जिले का नाम रोशन किया है। उनकी इस उपलब्धि के बाद रामपुर सहित उनके सैदपुर स्थित ससुराल के लोग भी झूम उठे है। रोली की इस अंतर्राष्ट्रीय उड़ान की शुरूआत कुछ यूं हुई। हुआ यूं कि एक बार रोली रघुवंशी वाराणसी के एक घाट पर मासूम बच्चों के हाथ में कटोरा देख पिघल गयीं और गरीब भिखमंगे बच्चों के हुनर व कला को समझकर उनके हाथों से कटोरा ले लिया और उन्हें उनके हुनर के अनुसार काम दे दिया। जिसके बाद तो रोली भिखारियों को नहीं बल्कि भिखारी खुद गंगा घाटों पर रोली को ढूंढते थे। समाजसेवा के इस जज्बे को देख रोली के सहपाठी मित्र और कुछ घाटों पर बैठने वाले लोग, योग-स्नान आदि करने वाले लोग भी मदद करने लगे। महीनों तक कुछ विदेशी मेहमान भी रोली का सहयोग करते और विदेश जाने के बाद पैसा भेजते रहे। चार साल पूर्व रोली की सैदपुर में शादी हो जाने के बाद उन्होंने अपने मित्रों के सहयोग से ’खुला आसमान संस्था यानी काश’ बनाया और जनसेवा का कार्य शुरू कर दिया। जिसमें संस्था के दर्जनों सहयोगी पर्यावरण संरक्षण, बचपन सहयोग और महिला सेवा की भावना से काम करना शुरू कर दिये। प्रतिदिन संस्था के लोग भिखारियों, असहाय महिलाओं को रोजी रोटी लायक काम बताते सिखाते और दिलाते रहते। जिसके बाद अभी हाल ही में रोली रघुवंशी को संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिभा को निखारने और बिल गेट्स की संस्था द्वारा हल्ट प्राइज में पुरस्कृत करने के लिए वाराणसी में चयन समिति का जज बनाया है। रोली की इस काबिलियत के बाद हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। रोली द्वारा अब तक भिक्षावृत्ति से मुक्त कराई गई कई महिलाएं और बच्चे आज पैकेट, मोमबत्ती, अगरबत्ती, डलिया, चटाई आदि बनाकर जीवनयापन कर रहे हैं।