उम्र 4 साल की और सोच सयानों वाली, मासूम अभिराज ने जन्मदिन का खर्च बचाकर गरीबों को खिलाया खाना, आशीर्वाद भी लिया
जखनियां। ‘मम्मी पापा, मुझे इस बार अपना जन्मदिन धूमधाम से नहीं मनाना है। जितने रूपए आप हर साल मेरे जन्मदिन पर खर्च करते हो, उनसे जरूरतमंदों को अबकी बार खाना खिला देना’। ये किसी सयाने यानी बड़े व्यक्ति के कथन नहीं हैं, बल्कि ये बातें मदरा निवासी मातृभूमि जखनियां संस्था के संरक्षक नीरज सिंह अजेय के पुत्र अभिराज सिंह तिलक की हैं। महज 4 साल के बेटे के मुंह से इतनी बड़ी बात सुनते ही मां भावुक हो उठीं। साथ ही जिसने भी सुना, तारीफ करते नहीं थक रहा था। मां ने कहा कि अभिराज भले चार साल का है मगर उसके इरादे नेक हैं। बच्चे अपने जन्मदिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। आखिर करें भी क्यों न....इस दिन वे खूब मौज मस्ती करते हैं लेकिन इस बार हालात बदले हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण न फैले और लोग शारीरिक दूरी भी बनाए रखें, इसलिए लोगों के अन्दर अभी भी भय का महौल बना है। कई जरूरतमंदों के पास इन दिनों आजीविका का साधन नहीं है। उन्हें रोटी की चिंता सता रही है। ऐसे लोगों की मदद के लिए कई हाथ बढ़े हैं, जिनमें अभिराज सिंह भी शामिल हो गये है। बच्चे भी यह बात समझ रहे हैं कि संकट की इस घड़ी में मुकाबला मिलकर ही करना होगा। अभिराज सिंह हर साल अपना जन्मदिन धूमधाम से मनाते थे। अभिराज के माता-पिता ने मातृभूमि जखनियां संस्था द्वारा संचालित मातृभूमि रसोई के माध्यम से गरीब एवं जरुरतमंद लोगों को भोजन कराया और बच्चों को उपहार भी बांटे और आशीर्वाद लिया। वेदप्रकाश पाण्डेय, टिंकू सिंह, मंटू सिंह, मेवालाल यादव, आरिफ अंसारी आदि रहे।