कैबिनेट मंत्री ने गाजीपुर में किया दौरा व समीक्षा बैठक, ग्रामीणों की समस्या देख तमतमाए मंत्री, कहा - तोड़ी गई सड़क बनवाने तक न हो कंपनी को भुगतान





गाजीपुर। प्रदेश के जलशक्ति विभाग के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह गाजीपुर पहुंचे और उन्होंने विभाग के अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने सिंचाई, जल संसाधन, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे व ग्रामीण जलापूर्ति विभाग संग बैठक की। जहां वो जल निगम की कार्यप्रणाली से खासे नाराज दिखे और आवश्यक कार्यवाही का निर्देश दिया। गाजीपुर में पहुंचकर कैबिनेट मंत्री ने कटैला व नगवां के आदर्श राजकीय नलकूप का स्थलीय निरीक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना के तहत उथले, मध्यम गहरे व गहरे नलकूप योजना से लाभान्वित किसानों के साथ चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं को सुना और उनका हाल जाना। कटैला में निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री ने रास्ते में पेयजल की पाईप डालने के लिए खोदे गए गड्ढों में बेतरतीब ढंग से मिट्टी डालकर भरे हुए गड्ढों को देखकर नाराजगी व्यक्त की। देखा कि वहां भरे गए गड्ढे बारिश की वजह से जगह-जगह से धंस गए हैं। साथ ही कीचड़ भी कई जगह जमा हुआ था। उनके सामने ही उसी कीचड़ में एक बाइक सवार बाइक समेत उसमें फंसा हुआ दिखा। ये देखकर वो बेहद नाराज हुआ। कैबिनेट मंत्री अपने वाहन से उतरे और वहां कराए गए कार्यों के बाबत जानकारी देते हुए ग्रामीणों से फीडबैक लिया तो ग्रामीण द्वारा शिकायत करते हुए पूरी बात बताई गई। बताया कि सड़क किनारे पाईप डालने के लिए खोदे गए गड्ढों को सही तरह से नहीं भरा गया। जिसके चलते ये स्थिति है और इसमें आए दिन फंसकर हम लोग गिरकर घायल होते रहते हैं। बताया कि आज ही यहां से गुजर रही एक गर्भवती महिला का पैर धंस गया तो किसी तरह हमने निकाला। ये सुनकर कैबिनेट मंत्री आक्रोशित हो गए और वहां मौजूद अधिकारियों को फटकार लगाते हुए तत्काल रास्ते की मरम्मत कराने का सख्त निर्देश दिया। कहा कि जल जीवन मिशन योजना के तहत पाईप डालकर गांवों तक पेयजल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। कहा कि जिन पिच या आरसीसी सड़कों को कंपनियां अपने काम के लिए तोड़ रही हैं, अगर पाइप डालने का काम पूर्ण हो जाने के बाद उन तोड़े गए सड़कों की मरम्मत जब तक वो कंपनियां नहीं कराती हैं, तब तक उनका भुगतान नहीं करने का निर्देश दिया। चौपाल के दौरान उन्होंने सभी की समस्याएं सुनीं। इस दौरान किसान भोला राम ने सिंचाई के लिए खेत तक पानी न पहुंचने की शिकायत की तो उन्होंने तत्काल संबंधित अधिकारी को समाधान कराने का निर्देश दिया। इसके बाद वो डाक बंगले में पहुंचे और वहां अधिकारियों संग समीक्षा की। जिसमें उन्होंने सिंचाई एवं जल संसाधन, सिंचाई यांत्रिक, बाढ़ नियंत्रण, परती भूमि विकास, यूपी प्रोजेक्ट्स कार्पोरेशन, ग्रेटर शारदा सहायक समादेश, लघु सिंचाई, भूगर्भ जल विभाग, नमामि गंगे एवं जल जीवन मिशन के योजनाओं की विस्तृत रूप से समीक्षा करते हुए नहरो की साफ-सफाई, नहरों मे टेल तक पानी पहुंचने आदि का निर्देश दिया। इसके बाद कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का अधिकारी पूर्व में ही भ्रमण करके सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें, ताकि कटान को रोका जा सके। इसके बाद करंडा के कटरियां में नलकूप के अभाव में खेत की सिंचाई न हो पाने की शिकायत मिली। साथ ही आर्सेनिकयुक्त पेयजल वाले देवकली के बूढ़नपुर व सराय शरीफ सहित करीब 10 गांवों की शिकायत मिली, जिस पर उन्होंने निर्देश देते हुए संबंधित अधिकारी से कहा कि इन समस्याओं का एक सप्ताह के अंदर निस्तारण करें। इसके बाद रेवतीपुर के नौली माईनर व त्रिलोकपुर माइनर में टेल तक पानी पहुंचने के बाबत जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह सहित समीक्षा बैठक में सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।



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