खरडीहा महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह में एलजी मनोज सिन्हा व कुलपति ने 27 प्रशिक्षुओं को दिया स्वर्ण पदक, भविष्य पर की चर्चा





भांवरकोल। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में युवा पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए अनंत अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि आप सभी भी प्रगति के इन अवसरों का लाभ उठाएंगे और उच्च और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से अब तक वंचित समाज के ऐसे वर्ग तक शिक्षा की रोशनी पहुंचाने का काम भी करेंगे। उक्त बातें जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने खरडीहा महाविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं, युवाओं तथा लोगों को संबोधित करते हुए कहीं। कहा कि वैश्विक परिवर्तन के मुताबिक नौजवान कैसा बदलाव चाहता है और उस बदलाव में उनके संकल्पों के मुताबिक कैसी व्यवस्था जुटाई गई है, इसका प्रयत्न बीते 10 वर्षों में तेज गति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किया गया है। कहा कि 13 फरवरी को बृज मंगल राय उर्फ मंत्रीजी की पुण्यतिथि थी, उसमें मैं आना चाहता था लेकिन कुछ कारणों बस उपस्थित नहीं हो सका। आज उनके कर्मठ और संघर्षमय जीवन के वट वृक्ष के समान इस महाविद्यालय में आकर मुझे उन्हें नमन करने का अवसर मिला है। सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि यहां शिक्षा प्राप्त कर रहे सभी विद्यार्थियों से अपेक्षा करता हूं कि मंत्रीजी के निष्काम कर्म, सेवा और करुणा के मूल्यों को अपने जीवन में जरुर ढालेंगे। कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि कर्म के नियम को भ्रम में नहीं डाला जा सकता है। किसी भी राष्ट्र की प्राण शक्ति का सबसे बड़ा स्रोत उसका युवा वर्ग है। इनकी ऊर्जा से भविष्य के रास्ते निर्मित होते हैं, अगर एक रास्ता बंद होता है तो अनेक रास्ते युवा बना लेते हैं। राष्ट्रीय एकता, सर्वधर्म, समभाव, भाईचारा और साहस के साथ अपनी क्षमता अपने समर्थ और पुरुषार्थ से नए समाज की संरचना करते हैं। कहा कि आज इस महाविद्यालय से उपाधि लेकर कर्म क्षेत्र में प्रवेश करने वाले सभी छात्रों से कहना चाहता हूं कि आधुनिक शिक्षा के साथ ही भारतवर्ष की सांस्कृतिक विरासत और नैतिक मूल्यों का भी सदैव ध्यान रखिएगा। पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति वंदना सिंह ने बृजमंगल राय का आभार जताते हुए कहा कि उनमें शिक्षा को स्थापित करने के लिए दूरदर्शिता, क्षमता और दृढ़ता थी। इस दौरान उपराज्यपाल व कुलपति ने महाविद्यालय के 27 छात्र-छात्राओं को उपाधि तथा गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। इसके पश्चात ‘मानव मूल्य एव मानवाधिकार’ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस मौके पर प्रबंधक शशिकांत राय, प्राचार्य भानुप्रताप सिंह, प्रेमनारायण सिंह, पूर्व मंत्री द्वय डॉ संगीता बलवंत व विजय मिश्र, उपेन्द्र तिवारी, ब्लॉक प्रमुख अजिताभ राय, अवधेश राय, आनन्द राय मुन्ना, पियूष राय, विनोद राय, ओमप्रकाश राय, प्रवीण सिंह, दयाशंकर पांडेय, शशिकान्त शर्मा, श्यामराज तिवारी, शशांक शेखर राय, सतीश राय, अनिल राय, राजेश मिश्रा, विजय शंकर राय, रामनरेश कुशवाहा, शोभनाथ यादव, रविन्द्र राय, जयकृष्ण राय, अभिनव सिंह छोटू, अविनाश सिंह, राघवेन्द्र पांडेय आदि रहे। संचालन प्रो चंद्रकांता राय ने किया।



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