गाजीपुर : यूपी की बहुप्रतिक्षित पुलिस भर्ती परीक्षा को फेल करने का प्रयास करने वाले सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, कोस्टगार्ड जवान सहित 8 गिरफ्तार
गाजीपुर। आगामी 17 व 18 फरवरी को पूरे प्रदेश में होने वाली यूपी पुलिस की परीक्षा के पूर्व ही गाजीपुर पुलिस ने बहुत बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश करते हुए इंडियन कोस्ट गार्ड के जवान सहित कुल 8 लोगों को नोनहरा के मिरदादपुर गांव से गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। इस बहुप्रतीक्षित परीक्षा में पूरे प्रदेश में करीब 48 लाख परीक्षार्थी शामिल होने वाले हैं। गाजीपुर जिले के 45 केंद्रों पर ये परीक्षा आयोजित होनी है, जिसमें करीब 72 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इस बीच परीक्षा के पूर्व ही पुलिस ने सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़ कर दिया है। पकड़े गए 8 लोगों के पास से 6 लाख रूपए नकद, 21 लाख रूपयों के चेक, 17 परीक्षार्थियों के मार्कशीट, 8 आधार कार्ड व 29 अभ्यर्थियों के फोटोस्टेट किए गए प्रवेशपत्र बरामद हुए हैं। इसके अलावा पेपर सॉल्व करने के लिए उपयोग की जाने वाली चीजों में वाई-फाई राउटर, प्रिंटर, 14 मोबाइल आदि भी बरामद हुए हैं। रूपए, चेक, आधार कार्ड, प्रवेश पत्र आदि चीजें उन परीक्षार्थियों की हैं, जिन्होंने इस गैंग की मदद से परीक्षा को पास करने का प्रयास किया और उनसे संपर्क करते हुए ये चीजें उन्हें दीं। सूचना के आधार पर पुलिस ने नोनहरा के मिरदादपुर स्थित सुनसान मकान में छापेमारी की और वहां से 8 संदिग्धों को धर दबोचा। पता चला था कि ये संदिग्ध जानबूझकर भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र से हटकर सुनसान मकान में किराए पर रह रहे थे। उनकी संदिग्ध गतिविधियों पर सूचना मिली थी। पकड़े गए लोगों में से थाने लाकर सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उनका गिरोह काफी समय से ये काम करता है और ये प्रतियोगी परीक्षाओं के पूर्व ही अपने सटीक संपर्क के जरिए पेपर को सॉल्व कराते हैं। कई बार प्रयास करने पर 2 घंटे पूर्व ही पेपर आउट करा लेते हैं और अभ्यर्थी को हल करके भेज देते हैं या फिर केंद्र के अंदर सॉल्वर भेज कर पेपर हल कराते हैं। इसके बदले में प्रति परीक्षार्थी वो 8 से 10 लाख रूपए तक लेते हैं। या तो वो एकमुश्त रूपया लेते हैं और जो एकमुश्त रूपया नहीं देता, उसके शैक्षिक प्रमाणपत्र रखकर व उससे तय रूपया भरवाकर एक चेक ले लेते हैं। रूपया दे देने पर प्रमाणपत्र व चेक वापिस दे दिए जाते हैं। बताया कि अब तक दर्जनों लोग हमारे संपर्क में आ चुके हैं। बताया कि वो अपना नाम लगातार बदलते रहते हैं। उन्होंने अपना नाम गोपेश यादव उर्फ पिंटू उर्फ नीरज उर्फ मास्टर उर्फ सिपाही पुत्र नंदलाल यादव उर्फ विनोद निवासी खिदिराबाद गाजीपुर, सोनू यादव पुत्र अमेरिका यादव निवासी खुर्दपुर नोनहरा, रामकरन यादव पुत्र स्व. रामसूरत यादव निवासी रसूलपुर कंधवारा, रमाकांत यादव पुत्र सुरेश सिंह यादव निवासी शहबाजकुली, कपिलदेव सिंह यादव पुत्र जगदीश निवासी पीथापुर जंगीपुर, अभिमन्यु यादव पुत्र दुखंती सिंह यादव निवासी लोकवापुर अंधऊ, इंद्रजीत यादव पुत्र रामबचन यादव निवासी वार्ड 4 जंगीपुर व अमित यादव पुत्र इंद्रजीत सिंह यादव निवासी नगवां नौपुरा नोनहरा बताया। बताया कि इसमें वाराणसी के डीएलडब्ल्यू निवासी दो और लोग किशन मिश्र व सुनील मिश्र भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी 8 बदमाशों को जेल भेज दिया। बताया जा रहा है कि पकड़े गए गिरोह का मास्टरमाइंड गोपेश यादव है तो पोरबंदर कोस्टगार्ड में तैनात है।