निजी खर्च पर स्कूल के कार्य कर रहे शिक्षक, सरकार से की अतिरिक्त मोबाइल की मांग
खानपुर। क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को अपने निजी मोबाइल से सरकारी कार्य सम्पन्न करने में पसीने छूट रहे हैं। जिम्मेदार अध्यापकों को अपने मोबाइल में दर्जन भर से अधिक विभागीय एप डाउनलोड करके उसमें लिखना, पढ़ना व आवश्यक डेटा भरना पड़ता है। जिसके लिए खुद के खर्चे से रिचार्ज किया गया पूरा इंटरनेट खर्च हो जा रहा है। शिक्षक संघ की ओर से कई बार शिक्षा विभाग को पत्राचार करके शिक्षकों को सरकारी कार्य हेतु सरकार से एक अतिरिक्त मोबाइल की मांग की जा चुकी है। शिक्षकों का कहना है कि निजी मोबाइल से लगातार स्कूली कार्य करने से घरेलू फोन उठाना मुश्किल हो जाता है। स्वजनों एवं रिश्तेदारों के फोन उठाने से इंटरनेट कार्य की निरंतरता बाधित होती है और फोन न उठाने से व्यवहार बाधित हो जाते हैं। महंगे नेटवर्क का लगभग दो जीबी डेटा स्कूली कार्य में खत्म हो जाता है। विभागीय कार्यो को समयबद्ध और चरणबद्ध तरीके से सम्पन्न करने में एक मोबाइल का पूरा डेटा इस्तेमाल हो जाता है। इसके अतिरिक्त उस मोबाइल से दूसरा नेटवर्क संबंधी कार्य कर पाना सम्भव नही हो पाता है। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष एसएन सिंह ने कहा कि निजी फोन से स्कूली कार्य करना बहुत मुश्किल होता है। स्कूली कार्य के लिए एक अतिरिक्त फोन की आवश्यकता है। शिक्षक संगठनों द्वारा कई बार सरकार से मांग करने के बावजूद कोई पहल नहीं हो सकी।