सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का हुआ शुभारंभ, 51 कन्याओं ने निकाली कलश यात्रा
जखनियां। क्षेत्र के मीरपुर गांव में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। इस दौरान वाराणसी के आचार्य सुरेश चंद्र पांडे की देखरेख में कथा का शुभारंभ कलश यात्रा निकालकर किया गया। यात्रा शिव मंदिर से शुरू हुई और मां काली मंदिर तक पहुंची। जिसमें 51 कन्याएं व माताएं सिर पर कलश लेकर ढोल नगाड़े के साथ जयघोष करते हुए चल रही थीं। इसके पश्चात कथा हुई। जिसमें आचार्य ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा श्रवण मात्र से ही एक जन्म नहीं बल्कि जन्म जन्मांतर तक के पापों का नाश हो जाता है। कहा कि मानव के मन में स्वच्छ विचारों का उदय हो जाता है और इससे मन को शांति मिलती है। कहा कि अगर मन शांत है तो कोई भी अवगुण मानव के शरीर के अंदर प्रवेश नहीं कर पाता। कहा कि मन के शांत होने का अर्थ है इच्छाओं का समाप्त हो जाना, जब हमारी इच्छाएं पूरी तरह से शांत हो जाती है तो आम मनुष्य भी महान संत स्वरूप हो जाता है। बताया कि यह श्रीमद्भागवत पुराण कथा 26 अक्टूबर से 1 नवंबर तक होगी। समापन सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नंदन यति महाराज द्वारा किया जाएगा। इस मौके पर व्यास रामानंद, अजीत सिंह, सुरजीत सिंह, विपिन सिंह, इंद्र बहादुर सिंह, अनुराग सिंह, वीर बहादुर, आशीष, संतोष, अभिषेक, हरिप्रसाद, सभाजीत, राम नवल आदि रहे। आयोजक व पूर्व शिक्षक मंगला सिंह ने आभार ज्ञापित किया।