शहादत दिवस पर याद किए गए परमवीर चक्र विजेता, मेजर जनरल ने गाया गुणगान, सेना भर्ती को लेकर कही ये बात
दुल्लहपुर। परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का शहादत दिवस बेहद धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मेजर जनरल जय सिंह बैंसला पहुंचे और शहीद को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि शहीद वीर अब्दुल हमीद की धरती पर आकर मैं धन्य हो गया। जिन्होंने 1965 में भारत-पाकिस्तान के युद्ध में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देकर युद्ध का पासा पलट दिया। कहा कि ऐसे वीर योद्धा को याद करना जरूरी है। कहा कि हर सैनिक यूनिटों में हर वीरों की गाथा बताई जाती है। उन्होंने कहा कि जिस आरसीएल गन से शहीद ने अकेले ही अजेय पैटन टैंकों को ध्वस्त किया था, उसको सिर्फ चलाने के लिए ही 4 लोग लगते हैं। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण भूमिका उसकी होती है, जो दुश्मनों को निशाने पर लेकर ट्रिगर दबाता है और ये काम वीर अब्दुल हमीद ने किया था। कहा कि रात में चीमा गांव में पाकिस्तान की पूरी सेना धराशाई हो गई थी। जिसमें अब्दुल हमीद का एक बहुत बड़ा योगदान था। कहा कि गाजीपुर के युवाओं में देशसेवा का जज्बा है। कहा कि मैं कोशिश करूंगा कि स्पेशल भर्ती भी कराई जाए। यकीनन यहां पर युवा, बुजुर्ग, बच्चों सभी सीना देशभक्ति से उबलता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि वाराणसी में 16 नवंबर से सेना की भर्ती भर्ती चालू है। उन्होंने शहीद वीर अब्दुल हमीद के परिजनों से मिलकर काफी खुशी जाहिर की। वहीं क्षेत्रीय विधायक बेदी राम ने कहा कि गाजीपुर शहीदों के नाम से जाना जाता है। उसमें भी शहीद वीर अब्दुल हमीद का नाम देश ही नहीं विदेशों में भी विदित है। उन्होंने घोषणा किया कि शहीद पार्क में सुंदरीकरण और सोलर लाइट का कार्य कराया जाएगा। वहीं सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि इस धरती की वीरता का इतिहास बहुत बड़ा है। जो भी युद्ध हुए हैं, उसमें गाजीपुर के लाल का नाम जरूर आता है। उन्होंने कहा कि चीन भारत से दो-दो हाथ करने को बेताब है। ऐसे में उन सभी जगहों पर सिर्फ गाजीपुर के सैनिकों को लगा दिया जाए। वो चीनी सेना को सबक सिखा देंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में भ्रमण करने पर लोग सवाल करते हैं कि अग्निवीर की 4 साल की भर्ती की जा रही है, क्या आपने इस मुद्दे को कभी संसद में उठाया? कहा कि अग्निवीर भले ही 4 साल की है लेकिन 4 साल में ही युवाओं को बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। कहा कि अग्निवीर योजना के अलावा कहीं ऐसा ना हो कि अध्यापक वीर भी आ जाए। उन्होंने कहा कि जनता के बीच जाने पर ऐसे ही टेढ़ी-मेढ़ी बातें सुननी पड़ती हैं। कहा कि कोरोना काल के 2 सालों के बाद ये शहादत दिवस मनाया जा रहा है। इस दौरान जिपं अध्यक्ष सपना सिंह, कर्नल जेएस आदि ने भी संबोधित किया।