नहरों पर आश्रित किसानों की फसल हो रही बर्बाद, माइनरों की सफाई न होने से एक किमी से आगे नहीं जाता पानी



बिंदेश्वरी सिंह की खास खबर



खानपुर। नहरों के सहारे खेती करने वाले किसानों की फसलें पानी के अभाव में सूख रही हैं। जौहरगंज के देवकली पम्प कैनाल से निकले माइनर में पानी न आने से सैकड़ों बीघा खेतों की सिंचाई करने के लिए किसान परेशान हैं। वहीं हसनपुर डगरा से निकली बड़िहारी तक माइनर में पानी नहीं आने से सैकड़ों किसानों की सिंचाई समस्या बढ़ गई है। आठ किमी लंबे इस माइनर से हसनपुर, पाठक चकिया, रमरेपुर, मलिकपुर, डहन, लच्छीपुर, दौलतपुर, बड़िहारी के सैकड़ों बीघे खेतों की सिंचाई होती है। किसान अमित सिंह ने बताया कि इस माइनर में सफाई नही होने से पानी नहीं आता है। जब पानी की गति कम रहती है या पानी कम आने पर बीच-बीच में लोग बंधा डालकर पानी रोक लेते हैं। माइनर में कई जगह पुलिया के नीचे घास-फूस और झाड़-झंझाड़ की सफाई नहीं होने से भी पानी रुक जाता है। नहर से निकलने के बाद माइनर में पानी बमुश्किल 500 मीटर दूर जाकर नाली के रूप में बदल जाता है और एक किमी दूर तक तो पूरी तरह से ही रुक जाता है। धान के सीजन में माइनर से सिंचाई के आभाव में निजी नलकूप से सिंचाई करना बहुत महंगा पड़ रहा है। कई बार खुद के मेहनत या खर्चे पर किसान इस माइनर की सफाई कर थोड़ी बहुत सिंचाई कर पाते है। नहर विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से भी लिखित शिकायत की गयी, इसके बावजूद इस माइनर की सफाई नही की गयी। किसानों ने एसडीएम ओमप्रकाश गुप्ता से माइनर में पानी छोड़े जाने व इसकी सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की लिखित मांग की है।



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