एक ब्रह्मभोज ऐसा भी, हेलमेट मैन ने देश के सामने पेश की मिसाल





कैमूर। आमतौर पर ब्रह्मभोज में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए लोगों को दान करने की परंपरा है। लेकिन बिहार के कैमूर जनपद स्थित बगाढ़ी गांव में हुए एक ब्रह्मभोज व श्रद्धांजलि सभा में आयोजक परिवार ने पूरे देश के सामने एक मिसाल पेश की है। गांव निवसी राधेश्याम सिंह के पुत्र राघवेंद्र कुमार को पूरा देश हेलमेट मैन के नाम से जानता व पहचानता है। उन्हें देश के कई हिस्सों में सम्मानित भी किया जा चुका है। राघवेंद्र की भाभी आशा देवी का बीते दिनों निधन हो गया। जिसके बाद ब्रह्मभोज व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान राघवेंद्र ने सभी को भोजन तो कराया ही, इसके साथ ही बिना हेलमेट के पहुंचे लोगों को हेलमेट भी प्रदान करके भेजा। राघवेंद्र ने कहा कि भारत के सड़कों पर हेलमेट ना होने के चलते रोजाना कई जिंदगियां नाहक ही चली जाती हैं। जिसके चलते वो काफी सालों से हेलमेट बांट रहे हैं। उनके काम को उनकी भाभी आशा देवी शुरुआत से ही प्रशंसा करतीं और योगदान दिया करती थीं। उनकी इच्छा थी कि उनके निधन के बाद लोगों को दान में हेलमेट दिया जाए। उनकी इस इच्छा का सम्मान व अपने अभियान को गति देते हुए राघवेंद्र ने ब्रह्मभोज में हेलमेट बांटा। कहा कि अगर हर बाइक सवार हेलमेट लगाकर चले लोग दुर्घटना में मृत्युदर बेहद कम हो जाएगा। बता दें कि अब तक हेलमेटमैन अपने खर्च पर करीब 55 हजार लोगों में हेलमेट बांट चुके हैं। ब्रह्मभोज में भी डोम राजा को हेलमेट पहनाकर कहा कि वो श्रद्धांजलि सभा में हेलमेट पहनकर ही जयकारा लगाएं। उनके इस वितरण कार्य की कैमूर जिला परिषद अध्यक्ष रिंकी के पति बंटी सिंह ने भी सराहना की। इस मौके पर चंद्रमणि सिंह, अभिमन्यु सिंह, डॉ धनंजय सिंह, डॉ राजेश सिंह, मनोज सिंह, गुलाब सिंह, सनकादिक सिंह, चंद्रकांत सिंह, सुनील सिंह, सब्यसाची सिंह, शुभम, बिट्टू आदि रहे।



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