वर्षों पूर्व घर आई थी प्रधानमंत्री की पाती, दुर्घटना हुई तो पीएम की चिट्ठी ने मनोज राम बड़ी मुसीबत से उबारा
गाजीपुर। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सरकार की एक अति महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष पाँच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जाती है। इसको लेकर सरकार अधिक से अधिक पात्रां के आयुष्मान कार्ड बनवाने में जुटी है, ताकि उनको जरूरत पड़ने पर बिना समय गँवाए मुफ्त उपचार मिल सके। इसके बावजूद कई ऐसे भी परिवार हैं, जो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की ओर से योजना में शामिल करने को लेकर भेजे गए पत्र से अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बनवा पाये हैं। ऐसा ही एक परिवार लाजमनपुर ब्लॉक देवकली के मनोज राम का मिला। पुणे में मजदूरी कर परिवार का भरण -पोषण करने वाले मनोज जब एक दुर्घटना में घायल हुए तब उपचार में आये आर्थिक संकट में उनको आयुष्मान कार्ड की याद आई। उन्होंने घर में पड़े जन आरोग्य पत्र से आयुष्मान कार्ड बनवाया। उनको इस संकट से उबारने में आयुष्मान कार्ड ने बड़ी भूमिका निभाई। मनोज राम के परिजनों ने बताया कि मनोज पुणे में रहकर मेहनत मजदूरी का काम करता था। कुछ दिन पहले एक सड़क दुर्घटना में वह घायल हो गया, उसके कूल्हे की हड्डी में गंभीर चोट थी। मनोज को परिजन गांव पर लाए। इलाज के लिए सैदपुर के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर डॉक्टर ने करीब 20 से 25 हजार का खर्च बताया लेकिन मनोज का परिवार इतना पैसा लगा पाने में असमर्थ था। अस्पताल प्रशासन ने जब उनसे आयुष्मान कार्ड के बारे में पूछा तब परिजनों को याद आया कि एक जन आरोग्य पत्र पत्र आया था जिसे उन लोगों ने घर पर रखा है। अस्पताल प्रशासन ने इस पत्र को मंगवाया और इस पत्र के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बन जाने की बात कही। इस पर परिजन मनोज राम को लेकर जन सेवा केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) मुस्तफाचक पहुंचे और उनका आयुष्मान कार्ड बनवाया। घायल मनोज के लिए यह आयुष्मान कार्ड संजीवनी की तरह काम आया। उनका मुफ्त उपचार हुआ। कॉमन सर्विस सेंटर के वीएलई दिव्यांग मनोज गुप्ता ने बताया कि बीते सात दिसंबर को जनपद मुख्यालय पर सभी वीएलई की जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक बुलाई गई थी। वो घर से निकलने को ही थे तभी घायल मनोज को देखकर उन्होंने बैठक में जाने से जरूरी उनका आयुष्मान कार्ड बनाना समझा। उन्होंने तत्काल घायल मनोज राम का आयुष्मान कार्ड बनाया। आयुष्मान भारत योजना के जिला इंफॉर्मेशन सिस्टम मैनेजर अमित उपाध्याय ने बताया कि जनपद में आयुष्मान कार्ड से अब तक 12 हजार 128 लोगों ने मुफ्त इलाज कराया है, जिस पर अब तक करीब 10.89 करोड़ खर्च हुआ है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड के लिए जनपद में 1.07 लाख परिवार लक्षित हैं, जिनके सदस्यों की संख्या करीब 5.37 लाख है। इनमें से अब तक 88 हजार 341 परिवारों के 2 लाख 22 हजार 347 सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस आयुष्मान कार्ड में अंत्योदय कार्ड और ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर्ड श्रमिक भी शामिल हैं।