जखनियां : कवि बाबूराम की याद में हुई श्रद्धांजलि सभा, बिरहा विधा को समृद्ध बनाने की अपील





जखनियां। क्षेत्र के पनिक्शां गांव में बिरहा जगत के प्रख्यात गुरु स्व. रामलगन के अखाड़े के कवि बाबूराम यादव की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान लोकगीत कलाकार विजय लाल यादव ने कहा कि बिरहा विधा की उत्पत्ति कवि बिहारी से हुई। जब देश गुलाम था तो उस समय प्राइवेट कंपनियां, मिलों के अलावा कलकत्ता में चल रहे चटकलों में व बनारस में काम करते थे। दिन मे काम करने के उपरांत रात में मनोरंजन के लिए वो एक जगह एकत्र होते और गाना गाकर मन बहलाते थे। फिर इनके चार शिष्य हुए, जिसमें लगन, पत्रू, गणेश व रम्मन थे। इन्हीं चार लोगों ने बिरहा विधा के गायक कलाकार गाने के अंत में अपने गुरु का नाम लेते हैं। इसी अखाड़े के गायक कालीचरण राजभर जहूराबाद से दो बार विधायक भी हो चुके हैं। कहा कि इसी बिरहा विधा को बरकरार रखना है। इस दौरान मरदह के लोकगीत कलाकार जोगिंदर यादव ने गीत गाकर समां बांध दिया। इस मौके पर महराजगंज के ओमप्रकाश यादव, बलिया के लालू यादव, अंशिका मौर्या, काजल कश्यप, रामाधार राही, नरसिंह यादव, दयाशंकर यादव आदि रहे। आयोजक केशर यादव ने आभार ज्ञापित किया।



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