गाजीपुर : ‘बुद्ध की धरती पर कविता’ का हुआ विमोचन, बुद्ध को बताया गया विश्व की जरूरत
गाजीपुर। नगर के राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में त्रैमासिक पत्रिका साखी के ‘बुद्ध की धरती पर कविता‘ अंक का विमोचन किया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि प्रो. अनीता कुमारी ने कहा कि अपने जीवन में आए अंधकार को दूर करने के लिए हमें खुद ही अपना दीपक बनना होगा। कहा कि बुद्ध की ये बात प्रत्येक व्यक्ति को कर्मशील बनाती है। कहा कि बुद्ध आज पूरे विश्व की जरूरत हैं। इसके पश्चात कवि प्रमोद कुमार अनंग, डॉ. संगीता मौर्य, कवि दिलीप दीपक, कथाकार शशिकला जायसवाल, साहित्यकार डॉ रामनाथ केसरवानी, डॉ शिव कुमार, नेहा कुमारी, निरंजन यादव आदि ने पत्रिका का विमोचन किया। इसके बाद अंक में प्रकाशित अपनी पसंद की कविताओं का पाठ भी उपस्थित लोगों ने किया। अनंग ने कहा कि मुक्ति की खोज खुद के भीतर सम्पन्न होती है। यह खोज ही बुद्ध को पाना है। संपादक इस दिशा में बहुत महत्त्वपूर्ण काम कर रहे हैं। कहा कि बुद्ध भारतीय विचार हैं। चरथ भिक्खवे यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि यह एक ऐतिहासिक यात्रा थी, जिसमें गाजीपुर से दिलीप दीपक और निरंजन भी जुड़े थे। इसके आगामी यात्राओं से हम लोगों को भी जुड़ना चाहिए।