ईश्वर से साक्षात्कार के लिए जरूरी है मन की पवित्रता -आचार्य बुद्धिप्रकाश





सादात। क्षेत्र के मिर्जापुर गांव स्थित सभाजीत सिंह के आवास पर चल रहे 7 दिवसीय भागवत प्रेम एवं ब्रह्मवाणी संगम महायज्ञ के 5वें दिन प्रवचन करते हुए आचार्य बुद्धिप्रकाश बाजपाई महाराज ने कहा कि ईश्वर कण कण में विराजमान है। लेकिन उसे इस शरीर की नश्वरता के साथ न तो देखा जा सकता है और न ही उसे छुआ जा सकता है। मन की पवित्रता से उस ईश्वर को महसूस जरूर किया जा सकता है। कहा कि ईश्वर से मनुष्यों को मानव सेवा रूपी जिस उद्देश्य से मानव शरीर प्रदान किया है उस उद्देश्य की बजाय मानव अपने स्वार्थ सिद्धी में रमा हुआ है। इसके पश्चात महायज्ञ किया गया। इस दौरान महायज्ञ में पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह समेत बहरियाबाद के रायपुर स्थित लालसा इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक अजय यादव, डा. सानंद सिंह व युवा सपा नेता नितेश सिंह भोनू भी शामिल हुए। इस मौके पर डा. रणजीत सिंह, डा. इंद्रजीत सिंह, ऋषु सिंह आदि मौजूद थे।



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