उपवास कर रहे शिक्षकों ने सरकार की नीतियों को बताया फासीवादी, एक सप्ताह बाद निर्णय लेकर करेंगे आंदोलन





गाजीपुर। माध्यमिक शिक्षकों पर सरकार द्वारा उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए इसके विरोध में शिक्षक दल के नेता और उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने गुरुवार को उपवास रखकर विधान परिषद में विरोध दर्ज कराया। इसके अलावा जिला इकाई के पदाधिकारियों ने भी संघ के अध्यक्ष के उपवास कार्यक्रम का समर्थन करते हुए विरोध दर्ज कराया। प्रदेश कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्य चौधरी दिनेश चंद्र राय ने कहा कि प्रदेश सरकार की फासीवादी, अलोकतांत्रिक, दमनकारी एवं हिटलरशाही नीतियों से संपूर्ण शिक्षक समुदाय भयभीत है। ओमप्रकाश शर्मा सरकार की शिक्षक विरोधी एवं दमनकारी नीतियों के चलते इस भीषण गर्मी एवं कोरोना जैसी विषम परिस्थितियो में भी उपवास पर बैठे। जिलाध्यक्ष नारायण उपाध्याय ने ओमप्रकाश शर्मा के हवाले से बताया कि एक हफ्ते तक पूरी स्थिति पर विचार करने के बाद सरकार की ओर से हो रहे शिक्षकों के उत्पीड़न पर आगे आंदोलन का फैसला लिया जाएगा। शिक्षक और कर्मचारियों के भत्ते तत्काल बहाल करने की मांग की। पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना का लाभ उठाकर प्रदेश सरकार शिक्षकों के उत्पीड़न की लगातार कार्यवाही कर रही है। जिलामंत्री राणा प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षकों के सहनशीलता की सीमा सरकार लाँघ रही है। विपरीत परिस्थितियों में मूल्यांकन कार्य करना, महंगाई भत्तों को रोकना, भत्तों को समाप्त करने के साथ ही शिक्षकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। डॉ रियाज अहमद, रत्नेश राय, शिवकुमार सिंह, अमित राय, अवधेश तिवारी, अनिल कुमार राय, लक्ष्मण जायसवाल, ओमप्रकाश राय, प्रवीण कुमार राय, रविन्द्र नाथ तिवारी आदि मौजूद रहे।



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