धूमधाम से मना वेदमाता गायत्री का प्राकट्य उत्सव, गंगा पूजा की भी रही धूम





खानपुर। गंगा दशहरा के पर्व के मौके पर बुधवार को क्षेत्र के कई गांवों में कार्यक्रमों के आयोजिन किए गए। वहीं क्षेत्र के खरौना, अमेहता, गौरी, तेतारपुर में गोमती घाट पर सुबह से ही स्नानार्थियों व श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। भारी संख्या में महिलाओं ने नदी स्नान कर देवालयों में पूजा अर्चना किया। गायत्री परिवार के लोगों ने वेद माता गायत्री प्राकट्य उत्सव पर गौरी के पर्णकुटी पर नदियों को साफ सुथरा रखने के लिए जल शपथ लिया। इंदु प्रजापति ने कहा कि अब धार्मिक पूजा पाठ या यज्ञ आदि के अवशेषों को नदियों में प्रवाहित करने के बजाय आम या पीपल के वृक्ष के नीचे रख दिया जाय जिससे हमारी पूज्यनीय नदियां साफ और सुरक्षित रहें। पर्णकुटी के महंत अरुणदास महाराज ने बताया कि अथर्ववेद में मां गायत्री को आयु, प्राण, शक्ति, कीर्ति, धन और ब्रह्मतेज प्रदान करने वाली देवी कहा गया है जैसे फूलों में शहद, दूध में घी सार रूप में होता है। कहा कि जिस तरह से गंगा स्नान से शरीर के पाप धुलकर तन मन निर्मल हो जाता है उसी प्रकार गायत्री रूपी ब्रह्म गंगा में नहाकर आत्मा पवित्र हो जाती है। इस मौके पर जयप्रकाश सिंह, रविन्द्र यादव, संजीव सिंह, दिलीप चौबे, पंकज सिंह, धनजंय चौबे आदि मौजूद थे। . . इसी क्रम में गायत्री परिवार द्वारा सैदपुर में भी गंगा दशहरा के साथ ही गायत्री जयंती नगर के गायत्री चेतना केंद्र पर धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान गायत्री परिवार के लोगों ने पूजन अर्चन कर मां गायत्री की जयंती मनाई।



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