सैदपुर : पुण्यतिथि पर श्रद्धापूर्वक याद किए गए ज्ञान भारती ट्रस्ट व जीबी इंटरनेशननल स्कूल के संस्थापक अजय बरनवाल, दी श्रद्धांजलि
सैदपुर। ज्ञान भारती ट्रस्ट और जीबी इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक स्व. अजय बरनवाल की पुण्यतिथि का आयोजन डहरा कलां स्थित जीबी इंटरनेशनल स्कूल परिसर में किया गया। जहां स्कूल परिवार ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान बच्चों व शिक्षकों सहित कर्मचारियों ने संस्थापक की तस्वीर पर माल्यार्पण करके व दीप प्रज्ज्वलित करके उन्हें याद किया और उनके दिखाए राह पर चलने की बात कही। वरिष्ठ शिक्षिका साजदा खानम ने व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वो एक दूरदृष्टि वाले और उदार मन वाले व्यक्ति थे। उन्होंने वर्ष 2000 में ग्रामीण क्षेत्र वाले सैदपुर में गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा के लिए ज्ञान भारती ट्रस्ट और ज्ञान भारती हाईस्कूल के रूप में पौधा रोपा था और ये पौधा अब जीबी इंटरनेशनल स्कूल के रूप में लहलहाते हुए उनके विचारों को शानदार तरीके से आगे बढ़ा रहा है। प्रधानाचार्य एके बरतरिया ने कहा कि स्व. अजय बरनवाल ने 25 साल पहले शिक्षा के क्षेत्र में सैदपुर की आवश्यकताओं को समझकर जो काम किया, वह आज भी उनके कार्यों और सोच को जीबी इंटरनेशनल स्कूल के रूप में समाज में अपनी छाप छोड़ रहा है और सैकड़ों विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ संस्कार और अनुशासन सिखा रहा है। वरिष्ठ लिपिक श्यामनारायण मिश्रा ने स्व. अजय बरनवाल के साथ अपनी यादों को सबके साथ साझा किया। बताया कि वो किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति का खुले मन से सहयोग करते थे और बेहद अपनेपन से सबको साथ लेकर चलते थे। कहा कि सैदपुर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष रह चुके व अन्याय और शोषण का निर्भीकता से सामना करने वाले स्व. अजय बरनवाल ने राजनैतिक रूप से बेहद सक्रिय रहते हुए समाज के हर तबके में अपनी जगह बनाई थी और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करते थे। इसके बाद सभी ने पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। इस मौके पर प्रबंधक सौम्यप्रकाश बरनवाल, निदेशक प्रियंका बरनवाल, उपप्रधानाचार्य किशन पांडेय, कोऑर्डिनेटर अनिमेष गुप्ता, सर्वानंद पांडेय, वीपी सिंह, धनेश्वर यादव, सौरभ यादव, आकांक्षा सिंह, श्रेया सिंह, अनुवांशिक यादव, फौजिया खान, आशुतोष पांडेय, बनारसी सिंह यादव, हेमलता पांडेय, काजल सिंह, शनि दुबे, अभिषेक पांडेय, हनुमान जायसवाल, नम्रता त्रिपाठी, कंचन, स्मृति बरनवाल, भाग्यचंद्र विश्वकर्मा आदि रहे।