पारसनाथ राय ने अखिलेश यादव पर बोला हमला, कहा - विदेश से पढ़े पूर्व मुख्यमंत्री को भगवान कृष्ण व चाणक्य के युग में अंतर भी नहीं पता





करंडा। क्षेत्र के वीरापाह भटौली स्थित लाला बाबा मंदिर पर कार्यकर्ताओं संग प्रत्याशी पारसनाथ राय ने बैठक की। जिसमें उन्होंने नंदवंश से संबंधित दिए गए अपने पुराने बयान पर सपा द्वारा उठाए जा रहे सवालों को लेकर अखिलेश यादव पर हमलावर रहे। भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि मैं संघ का सिपाही हूं और मैंने कभी पद के लिए काम नहीं किया। कहा कि हमारे आदर्श पंडित दीनदयाल उपाध्याय और श्यामाप्रसाद मुखर्जी हैं। हम एक देश, एक विधान और अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के उत्थान करने के लक्ष्य को लेकर काम करने वाले लोग हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि मैंने सुना था कि वो विदेश से पढ़कर आये हैं लेकिन पिछले दिनों नंदवंश पर दिये गये मेरे बयान पर जब एक्स पर उनका पोस्ट देखा तो फिर समझ गया कि उनका बौद्धिक स्तर क्या है। कहा कि उन्होंने मेरे पिछले बयान को एक्स पर पोस्ट करके यादव वंश को गुमराह करने का प्रयास किया है। मेरे बयान पर अखिलेश यादव का कहना है कि मैंने यदुवंशियों के विनाश की बात कही थी। शायद उन्हें इतना भी ज्ञान नहीं है कि चाणक्य द्वारा समाप्त किया गया नंदवंश कलयुग में ईसा पूर्व था और भगवान कृष्ण युगों पहले द्वापर युग में थे, उन्होंने दोनों युगों के अंतर का भी नहीं पता। मैंने दुष्ट और अपने पिता के हत्यारे नंदवंश के क्रूर शासक घनानंद का उदाहरण दिया था और अखिलेश यादव ने अपनी अल्प जानकारी की वजह से उसे यदुवंश से जोड़ दिया। बता दें कि घनानंद मगध का एक दलित शासक था जो बहुत क्रूर और निर्दयी था और उसने अपने पिता की ही हत्या कर दी थी। इस मौके पर उमेश दूबे, अमरेश गुप्ता, डॉ देवेश सिंह, अवधेश दूबे, शेषनाथ सिंह, जसवंत सिंह, शशिकांत गिरि, दीपक सिंह, अमित सिंह, उमेश सिंह, अमितेश मिश्रा, धर्मेंद्र कुशवाहा आदि रहे।



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