ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह नशे की गिरफ्त में आ रहे किशोर, सस्ती गोली से धड़ल्ले से कर रहे नशा
खानपुर। क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में कुछ दुकानों से लगायत कई गुमटियों से नशीली गोलियों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। नशीली गोलियों के गिरफ्त में आकर किशोर और युवा पीढ़ी बरबाद हो रही है। पांच से दस रुपये में उपलब्ध होने वाले इन मोदक गोलियों के सेवन से युवाओं के साथ किशोरों का और भी बुरा हाल है। चट्टी चौराहों सहित गांव के किराना दुकान से लेकर पान के ठेले पर यह आनंद, मस्ती एवं मोदक गोली आदि के नाम से बड़ी आसानी से मिल जा रही है। मस्त मोदक, आनंद गोली नाम से प्रचलित इस गोली को बड़ी संख्या में किशोर नशे के रूप में इस्तेमाल करने लगे हैं। स्कूली पढ़ाई बंद होने के बाद युवा पीढ़ी जिस सस्ते और सुलभ गोलियों का सेवन बतौर नशा कर रहे हैं, वह न सिर्फ स्वास्थ्य के खतरनाक है बल्कि सभ्य समाज के लिए भी कंलक है। क्षेत्राधिकारी बलिराम ने बताया कि नारकोटिक्स विभाग के अतिरिक्त स्थानीय पुलिस भी इस प्रकार के मादक पदार्थों की बिक्री रोकने के लिए कटिबद्ध है। जल्द ही बड़े पैमाने पर सर्च अभियान चलाकर ऐसे दुकानदारों को चिह्नित किया जाएगा।