खुली बैठक में बहुमत से कोटेदार चुने गए विश्वजीत व महेश, कोडरी व इचवल में ग्रामीणों ने किया चुनाव का बहिष्कार
खानपुर। क्षेत्र के सोनियापार, कोडरी, इचवल व गौरी ग्रामसभा में गुरूवार व शुक्रवार को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन के लिए खुली बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें गौरी गांव में ग्रामीणों ने महेश चौबे को कोटेदार चुना, लेकिन महिला आरक्षित गांव इचवल में कोटेदारों का चयन नहीं हो सका। इसके अलावा शुक्रवार को कोडरी गांव में खुले मतदान का ग्रामीणों ने बहिष्कार कर दिया, जिसके चलते वहां कोटेदार नहीं चुना जा सका। लेकिन सोनियापार गांव में विश्वजीत कुमार को कोटेदार चुना गया। गौरी में पर्यवेक्षक व एडीओ कोऑपरेटिव नवीन सिंह ने बताया कि कोटेदार पद के लिए ओमप्रकाश सिंह समेत महेश चौबे दावेदार थे। जिसमें 200 से अधिक लोगों ने महेश चौबे को चुना। ग्राम प्रधान नरसिंह गोस्वामी ने कोटेदार महेश का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इसके अलावा महिलाओं के लिए आरक्षित इचवल गांव में पर्यवेक्षक आपूर्ति निरीक्षक राजेश पाल की मौजूदगी में शशिकला समेत शिल्पा व सरोज ने अपनी दावेदारी दी। लेकिन करीब 400 की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने खुले मतदान का विरोध करते हुए बहिष्कार कर दिया। वहीं कोडरी में एडीओ राकेश दीक्षित के नेतृत्व में हो रहे चुनाव में आधा दर्जन लोग कोटेदार के लिए चिह्नित थे। लेकिन ग्रामीणों ने खुले मतदान का विरोध कर दिया। ग्राम प्रधान गिरजा देवी के समझाने के बावजूद नहीं माने और वापस चले गए। जिसके बाद एडीओ ने लॉटरी सिस्टम से चयन के लिए एसडीएम को पत्र लिखा। इसके अलावा सोनियापार में पर्यवेक्षक एडीओ आईएसडी अनिल राय ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कोटेदार पद पर विश्वजीत कुमार व सुनील कुमार के बीच चुनाव कराया। जिसमें 250 से अधिक लोगों ने विश्वजीत को चुना। ग्राम प्रधान आशा देवी ने कोटेदार का स्वागत किया। इस बाबत बीडीओ दिनेश कुमार ने बताया कि जहां पर ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया है, वहां एसडीएम द्वारा अपने विशेषाधिकार का प्रयोग करके कोटेदार चुना जाएगा। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह मय फोर्स मौजूद रहे।