सीबीएसई ने जारी की 12वीं की परीक्षा की समय सारणी, ‘10वीं’ के परीक्षार्थियों के लिए की ये बड़ी घोषणा
नई दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड ने 12वीं की परीक्षा के लिए डेट शीट जारी कर दी है। इस परीक्षा को कोरोना के कारण बीच में ही टाल दिया गया था। 12वीं की परीक्षाएं एक जुलाई से 15 जुलाई के बीच होंगी। इसके साथ ही नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में एक जुलाई से 15 जुलाई तक सीबीएसई 10वीं की परीक्षा होगी। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने डेट शीट शेयर की है। बता दें कि लॉकडाउन के चलते सीबीएसई बोर्ड ने जारी परीक्षाएं मार्च में ही रोक दी थीं। इसके बाद सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने दूसरे लॉकडाउन के वक्त घोषणा कर दी थी कि दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं नहीं आयोजित होंगी। लेकिन 12वीं बोर्ड की बची हुई परीक्षाओं में से 29 मुख्य विषयों की परीक्षाएं आयोजित होंगी। ये मुख्य विषय वो विषय हैं जिनके जरिये विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर एडमिशन मिलना सुनिश्चति होता है। कई विश्वविद्यालय मेरिट के आधार एडमिशन लेते हैं जहां इन विषयों के नंबर अनिवार्य तौर पर जुड़ते हैं। गौरतलब है कि सीबीएसई ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि देश में कहीं भी 10वीं की परीक्षा नहीं होगी। सिर्फ नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के छात्रों के लिए छूटी हुई परीक्षा आयोजित की जाएगी। वहीं दूसरी ओर जिन परीक्षाओं का आयोजन पहले ही हो चुका है सीबीएसई ने उन परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू कर दिया है। इस प्रक्रिया को पूरा होने में 50 दिन का समय लग सकता है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया था कि 29 विषयों की परीक्षा होनी बाकी है, लेकिन जिन 173 विषयों की परीक्षा हो चुकी थी, जिसकी 1.5 करोड़ से भी अधिक उत्तर पुस्तिकाएं हैं, उनका मूल्याकंन करने के लिए गृह मंत्रालय की ओर से अनुमति मिल गई है। इसके लिए सीबीएसई ने 3000 स्कूलों को मूल्यांकन केंद्र के रूप में चिह्नित भी कर लिया है। अब इन 3000 मूल्याकंन केंद्र से ये उत्तर पुस्तिकाएं अध्यापकों के घरों तक पहुंचाई जा रही है। जिसके बाद अध्यापक मूल्याकंन की प्रकिया शुरू कर रहे हैं। वहीं कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण सीबीएसई बोर्ड अब आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए नियमों और दिशा-निर्देशों का एक सेट तैयार कर रहा है। जिसमें छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए, सोशल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा जा रहा है। आगामी परीक्षा के दौरान सख्त नियम अपनाएं जाएंगे। छात्रों और शिक्षकों के लिए सभी आवश्यक किटों के साथ परीक्षा केंद्र तैयार किए जाएंगे।