चंदवक बस दुर्घटना के घायलों के लिए भगवान बनकर आए थानाध्यक्ष, जान पर खेलकर बचाई कईयों की जान, अब हो रही वीरता पुरस्कार देने की मांग





जौनपुर। चंदवक थाना क्षेत्र अंतर्गत आजमगढ़- वाराणसी मार्ग पर रामगढ़ गोमती पुल के पास शुक्रवार को हुई बस दुर्घटना के बाद घटना में घायलों के लिए अचानक एक व्यक्ति साक्षात भगवान के रूप में सामने आया और एक एक करके कईयों को खाई में गिरी बस से बाहर निकालकर अस्पताल भेजा और वो व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि खुद थानाध्यक्ष ओमनारायण सिंह थे जो जान जोखिम में डालकर सभी घायलों को बस से निकाल रहे थे। शुक्रवार को करीब 5 दर्जन यात्रियों को लेकर जा रही निजी बस अचानक पुल से करीब 20 फीट नीचे खाई में गिर गई। जिसके बाद चीख पुकार मच गई। सूचना मिलते ही वहां पहुंचे एसओ ओम नारायण सिंह बिना किसी अतिरिक्त सहयोग का इंतजार किए अपने साथियों संग बचाव अभियान में जुट गए और पहले सामान्य लोगों को बाहर निकाला। लेकिन इसके बाद सीटों के नीचे फंसे जीवन से नाउम्मीद हो चुके घायलों को भी निकालने में जुट गए। इस बीच बस में आग भी लग गई लेकिन इसके बावजूद एसओ व उनके साथियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना घायलों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया और उन्हें अस्पताल भेजा। यहां तक अंतिम समय में जब कुछ यात्री अंदर फंसे थे और बस में ब्लास्ट हो गया तो भी एसओ ने हिम्मत नहीं हारी और भी यात्रियों को अंदर घुसकर बचा लिया। उन्हें इस तरह से जूझता देख अंत में कुछ अन्य लोग भी आ गए और मदद करने लगे। हालांकि बस में विस्फोट की घटना में एसओ का कंधा और एक हाथ झुलस गया है। इसके बाद क्षेत्रीय लोगों ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि ऐसे अधिकारी को राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरस्कार दिया जाए।



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