वाह बबिता! पहले अंतरा लगवाकर जनपद में किया टॉप और अब पुरूष नसबंदी में भी हासिल कर रही सफलता





ग़ाज़ीपुर। प्रदेश सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे परिवार नियोजन पखवारे के तहत लोगों को लगातार परिवार नियोजन की विधियों के सरल और आसान तरीके बताकर उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए महिला नसबंदी, पुरुष नसबंदी, कॉपर टी, अंतरा, छाया जैसी विधियों के बारे में लोगों को जानकारी देकर जागरूक किया जा रहा है। इन सभी विधियों को गांव-गांव तक ले जाने और लोगों को समझाने जैसी चुनौतियों को बखूबी अमली जामा पहनाने का काम कर रही है रेवतीपुर ब्लॉक की ब्लॉक प्रोसेस मैनेजर (बीपीएम) बबिता। बबिता ने न सिर्फ अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है बल्कि अंतरा इंजेक्शन के लांच होने के बाद बीते जुलाई माह में ब्लॉक पर विशेष कैंप लगाकर 55 महिलाओं को समझाकर उन्हें अंतरा इंजेक्शन लगवाकर जनपद में प्रथम स्थान भी प्राप्त किया था। बबिता इस दौरान महिलाओं को परिवार नियोजन के विभिन्न तरीकों के साथ अंतरा इंजेक्शन के लाभ के बारे में भी बताती हैं जिससे अधिकतर महिलाएं प्रोत्साहित होकर इंजेक्शन लगवाती हैं। वहीं बीते जनवरी में ब्लॉक पर एक दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया तब बबिता ने अपनी उस चुनौती को अमली रूप दिया और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 486 महिलाओं को अंतरा इंजेक्शन लगवाकर उन्हें इसके साथ मिलने वाले प्रति महिला 100 रुपए का लाभांश भी दिलवाया। साथ ही इन महिलाओं को ब्लॉक तक लाने वाली आशा कार्यकत्रियों व अन्य को भी 100 रुपए का लाभांश दिलाया। इस प्रक्रिया के बाद से यहां की महिलाओं में बबिता के प्रति न सिर्फ विश्वास बल्कि सम्मान भी बढ़ गया है। बबिता आज भी ब्लाक पर आने वाली महिलाओं के साथ या गांवों में जाकर उन्हें अंतरा, पुरूष व महिला नसबंदी आदि के बारे में समझाती हैं। जब लोगों को यकीन नहीं होता तो वो टोल फ्री नंबरों पर उनकी बात तक कराती हैं। बबिता बताती हैं कि महिला नसबंदी और अंतरा के लिए महिलाएं तो तैयार हो जाती हैं लेकिन सबसे विकट समस्या पुरुष नसबंदी को लेकर होता है। क्योंकि इसके लिए कई बार तो महिलाएं भी तैयार नहीं होतीं। उनका कहना होता है कि पुरुष क्यों नसबंदी कराएं। उन्हें बाहर काम करना होता है तो उनके बदले हम ही करा लेंगे। लेकिन इसके बावजूद भी बबिता हार न मानते हुए बीते वर्ष में 9 पुरुषों और 2019 में अब तक 6 पुरुषों को प्रोत्साहित करके नसबंदी करवा चुकी हैं। परिवार नियोजन के क्षेत्र में बबिता के इस कार्य को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीसी मौर्य और परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ. केके वर्मा ने बताया कि अगर इसी तरह का कार्य लगन के साथ अन्य ब्लॉकों पर भी किया जाए तो वह दिन दूर नहीं जब परिवार नियोजन के क्षेत्र में गाजीपुर का प्रदेश में एक अहम स्थान होगा।



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