सास ने बेची जमीन, अब दामाद ने जताई हत्या की आशंका, पट्टीदारों ने पहले भी की है जमीन खरीदने वाले की हत्या
वाराणसी/भीमापार। बीते अक्टूबर माह में सादात थानाक्षेत्र के बरेहता निवासी गल्ला व्यवसायी पिंटू जायसवाल की आजमगढ़ में जिस जमीन की वजह से हत्या की गई, अब वही जमीन एक और व्यक्ति के जान की दुश्मन बनी हुई है। पीड़ित ने अपराधियों के खुलेआम घूमने व धमकी देने का आरोप लगाया है। पिंटू की हत्या करने वाले हत्यारोपियों ने जमीन बेचने वाले व्यक्ति को भी जान से मारने की धमकी दे दिया है। बता दें कि वाराणसी के जैतपुरा थानाक्षेत्र के नाटी इमली निवासी काशीनाथ यादव की ससुराल आजमगढ़ जिले के मेहनाजपुर में है। मेहनाजपुर क्षेत्र गाजीपुर से सटा हुआ है और आजमगढ़ का सीमावर्ती गांव है। काशीनाथ के ससुर रामनारायण यादव को कोई पुत्र नहीं था और काशीनाथ की पत्नी उर्मिला उनकी इकलौती संतान थी। उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी मुन्नी देवी अपनी बेटी व दामाद के साथ ही उनके घर पर रहने लगीं और उन्होंने अपने हिस्से की 10 बिस्वा जमीन को अपने बदमाश पट्टीदारों को देने की बजाय गल्ला व्यवसायी पिंटू को बेच दिया। इसके बाद मुन्नी के पट्टीदार रामजी यादव आदि आक्रोश में आ गए और इसके लिए काशीनाथ को जिम्मेदार मानकर बीते 10 अगस्त को फोन कर जान से मारने की धमकी देते हुए जमीन को वापिस देने या 10 लाख रूपए देने को कहा था। उसी समय उन्होंने मृतक पिंटू को भी जमीन वापिस न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में दोनों ने अपने-अपने थानों में मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन पुलिस ने उस समय कुछ नहीं किया। पुलिस की सुस्ती के चलते रामजी के अपराधी पुत्र रामकिशुन व योगेश ने पिंटू की लालमऊ में दिनदहाड़े गोली मारकर उस समय हत्या कर दी थी, जब वो गल्ला खरीदने के लिए जा रहा था। इसके बाद जब पुलिस को लगा कि उनकी निष्क्रियता के चलते पिंटू की हत्या हुई तो पुलिस ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए अगले ही दिन हाफ एनकाउंटर में दोनों बदमाश को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में रामकिशुन से पूछताछ के बाद उसने पुलिस को बयान दिया था कि उसके छोटे भाई योगेश की पत्नी प्रियंका आए दिन उन्हें ताना देती थी कि पिंटू ने तुम्हारे पुरखों की जमीन को खरीद लिया और उसे तुम्हारे सामने जोतेगा और तुम लोग कुछ नहीं कर पाए। इसी के बाद उसके उकसाने पर हमने अपने रिश्तेदार सुधीर यादव के साथ मिलकर उसकी हत्या की थी। उसके बयान के बाद पुलिस ने प्रियंका व सुधीर को भी गिरफ्तार किया था। हालांकि प्रियंका वर्तमान में जमानत पर बाहर आ गई है लेकिन बाकी सभी आरोपी अभी जेल में ही हैं। वहीं पिंटू की हत्या के बाद इसी मामले में बदमाशों से धमकी पाने वाले काशीनाथ को भी वाराणसी पुलिस ने फोन कर उनका लोकेशन जाना और उन्हें तत्काल सुरक्षा मुहैया कराते हुए सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया था। इसके बाद करीब एक महीने तक के लिए एक दरोगा व दो कांस्टेबल उनकी सुरक्षा में तैनात रहे। वर्तमान में एक गार्ड उनकी सुरक्षा में तैनात किया गया है। लेकिन पीड़ित काशीनाथ ने बताया कि उनका इस जमीन की खरीद व बिक्री में कोई रोल नहीं है, इसके बावजूद अपराधियों ने उन्हें धमकी दी। उन पर ठोस कार्रवाई न होने के चलते वो आज भी खुलेआम व बेखौफ घूम रहे हैं और जल्द ही फिर से घटना को अंजाम दे सकते हैं। कहा कि बदमाशों ने धमकी दी है कि वो किसी भी कीमत पर जमीन वापिस लेकर रहेंगे। ऐसे में उन्होंने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित काशीनाथ ने कहा कि सारा प्लान रामजी यादव का है। उन्होंने रामजी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है लेकिन पुलिस आज तक उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी है। कहा कि जिन्होंने पिंटू की हत्या की और करने में सहयोग किया, उन्हें तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन जिस रामजी यादव ने हत्या कराई, उसे पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पीड़ित ने अब भी फरार चल रहे रामजी यादव से अपनी जान को खतरा बताते हुए गिरफ्तारी की मांग की है।