अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाणपत्र बनवाने की मांग के साथ सैदपुर तहसील में तहसीलदार की गाड़ी का हुआ घेराव, जमकर की नारेबाजी
सैदपुर। गाजीपुर में अपने नाम के आगे गोंड व खरवार जाति लिखने वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाणपत्र जारी न किए जाने के विरोध में दर्जनों की संख्या में युवा जुट गए और जमकर नारेबाजी की। इसके बाद तहसीलदार से मिलने के लिए समय मांगा तो उन्होंने शाम 4 बजे का समय दिया। लेकिन उसके पहले ही जैसे ही 3 बजे वो वाहन से कहीं निकलने को हुए तो युवा नाराज हो गए और उनका घेराव करते हुए वाहन के आगे धरना देकर बैठ गए और जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। अखिल भारतवर्षीय गोंड महासभा के तत्वावधान में कई गांव के युवा तहसील मुख्यालय में पहुंचे। कहा कि उनका अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाणपत्र नहीं बनाया जा रहा है। कहा कि इसके बाबत जिलाधिकारी के यहां भी गए तो उनके स्तर से भी आवश्यक कार्यवाही हमारे पक्ष में की गई है, इसके बावजूद सैदपुर तहसील में हमें अनुसूचित जनजाति का प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते आगामी दिनों में आने वाली पुलिस भर्ती में हिस्सा लेने से हम वंचित रह जाएंगे। इसके बाद तहसीलदार विजय प्रताप से वार्ता हुई तो उन्होंने 4 बजे मिलने का समय दिया। लेकिन उसके पूर्व ही कोई काम आ जाने के कारण वो वाहन से कहीं जाने लगे। जिससे युवा नाराज हो गए और वो उनके वाहन के सामने ही सड़क पर धरने पर बैठकर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। कहा कि तहसील प्रशासन द्वारा जानबूझ कर हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इस बाबत तहसीलदार विजय प्रताप ने बताया कि उनका प्रतिनिधिमंडल मिलने के लिए आया था। कहा कि उन्हें वार्ता के लिए शुक्रवार को बुलाया गया है। जहां लेखपाल आदि होंगे और आवश्यक वार्ता होगी। कहा कि ये जांच की बात है, जो लोग वैध दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे, उनके प्रमाणपत्र जरूर बनाए जाएंगे।