2000 रूपए के नोट को बंद किए जाने के निर्णय पर आमजन व व्यापारियों ने जताई खुशी, कही ये बात





सैदपुर। 2000 के नोट को बैंकों में वापिस लिए जाने व इसे 30 सितंबर के बाद चलन से बाहर किये जाने के बाद सैदपुर की आम जनता व व्यापारियों ने इसे सराहनीय पहल बताया। दवा के बड़े व्यवसायी गोपेश पांडेय ने कहा कि ये सरकार का काफी अच्छा निर्णय है। कहा कि भारत की मुद्रा विश्व की सबसे बड़ी मुद्राओं में से एक थी और बड़ी मुद्राएं किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य के लिए अच्छा संकेत नहीं हैं। कहा कि इसका स्टॉक करके लोगों ने काफी ज्यादा काला धन रख लिया था। लेकिन सरकार के इस निर्णय से अब वो भी बाहर आ जाएगा। पूर्व सभासद ज्ञानेश पांडेय ने कहा कि इस निर्णय का असर सिर्फ बड़े वर्ग पर होगा, निम्न तबके पर असर नहीं होगा। क्योंकि छोटे तबके के पास दो हजार के नोट की जमाखोरी की कोई वजह नहीं है। इससे नुकसान सिर्फ उन्हें होगा, जिन्होंने 2000 रूपए की नोट के रूप में अपने काले धन को सुरक्षित कर लिया था। वहीं फूल व्यवसायी सरमा ने कहा कि इसका असर हम लोगों पर नहीं होगा। बल्कि जिन्होंने काला धन रखा है, उन पर असर होगा। कहा कि सरकार के इस निर्णय से वो काला धन बाहर आएगा, जो नोटबंदी के बाद लोगों ने 2 हजार के नोट के रूप में रख लिया था।



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