सुविधाहीन हुआ महावीर चक्र विजेता के गांव में बना जच्चा बच्चा केंद्र, गर्भवतियों का नहीं होता है प्रसव
जखनियां। क्षेत्र के महावीर चक्र विजेता रामउग्रह पांडे के गांव ऐमावंशी में ग्रामीणों की सुविधा के लिए बनाए गए जच्चा बच्चा केंद्र में वर्तमान में कोई सुविधा नहीं है। जिसके चलते आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस केंद्र को तत्कालीन जिलाधिकारी राजन शुक्ला द्वारा 1998 में बनवाया गया था। वर्तमान में प्रसव भवन जर्जर हो गया है। भवन व खिड़कियों में दरवाजे तक नहीं लगे हैं। फर्श कच्चा है, पास की खाली जमीन में गांव के लोग गोबर के उपले आदि रखकर अतिक्रमण किया है। यहां पर स्थिति पूरी तरह से चौपट होने से कोई भी मरीज नहीं आता। शासन द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत यहा सेंटर भी खोल दिया गया है। 3 माह पूर्व एक स्वास्थ्य निरीक्षक नेहा पटेल की नियुक्ति कर खानापूर्ति कर दी गई। कहने को तो सेंटर के अंतर्गत 11 आशा कार्यकत्रियां व 1 एएनएम पुष्पा राय तैनात हैं। लेकिन किसी भी वक्त मरीजों को सुध लेने के लिए यहां पर कोई नहीं रहता। मरीज हो या स्टाफ, किसी के लिए पेयजल, शौचालय आदि की सुविधाएं नहीं हैं। अगर कोई प्रसूता यहां आ जाए तो उसके प्रसव की भी कोई व्यवस्था नहीं है। स्वास्थ्य निरीक्षक नेहा पटेल ने बताया कि सेंटर पर 5-10 मरीज आते हैं तो जो दवा उपलब्ध है, उन्हें वितरित कर दिया जाता है।