हिस्ट्रीशीटर व पुलिस का होमगार्ड समेत लुटेरे गैंग के 5 शातिर गिरफ्तार, इस तरह होमगार्ड निभाता था अपना रोल
गाजीपुर। सादात पुलिस, जिले की एसओजी व सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने लुटेरे गैंग के पर्दाफाश के रूप में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 25 हजार रूपए के ईनामियां हिस्ट्रीशीटर समेत 5 बदमाशों को लूट की बाइक संग धर दबोचा। वो नकली सोना बेचने आया था। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने सभी आरोपियों को मीडिया के सामने पेश करते हुए जेल भेज दिया। संयुक्त टीम ने सूचना के आधार पर खिदिरगंज जाने वाली नहर की पटरी पर दलीप राय पट्टी मोड़ पर पहुंची। सूचना थी कि वहां पर कुछ अवांछनीय लोग मौजूद हैं और सोने चांदी की खरीद फरोख्त के लिए किसी का इंतजार कर रहे हैं। जिसके बाद पहुंची टीम को देख वहां मौजूद 5 बदमाश भागने लगे। पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर धर दबोचा और थाने लाए। उनके पास से 4 अवैध देशी तमंचे, जिंदा कारतूस, लूट की बाइक, सोने के 6 बिस्कुट, चांदी का एक बिस्कुट व चांदी के 4 रॉड बरामद हुए। उनमें से एक बदमाश 25 हजार का ईनामियां कुख्यात सुनील कुमार राम उर्फ सिपाही पुत्र नन्दलाल राम निवासी बघांव देईपुर बहरियाबाद निकला। वो हिस्ट्रीशीटर है और उस पर विभिन्न थानों में कुल 16 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसके अलावा पकड़े गए बदमाशों में सैदपुर के बुढ़ौली निवासी राजेश कश्यप पुत्र मुनेश्वर कश्यप, सादात के महुरसा निवासी रामलखन राम पुत्र फूलचंद राम, वाराणसी के शिवपुर उन्दी निवासी जीउत उर्फ अवनी कुमार पुत्र स्व. मोती लाल, आजमगढ़ के तरवां स्थित कबूतरा निवासी व यूपी पुलिस में होमगार्ड सत्यनारायण मौर्य पुत्र रामआसरे मौर्य निकला। सख्ती से पूछताछ में उन्होंने बताया कि कुख्यात सुनील के गैंग के साथ वो लूटपाट करते हैं। एसपी ने बताया कि बदमाशों से पूछताछ में पता चला कि वो लोगों संग धोखा करके नकली सोना बेचते थे। बताया कि वो लोगों को असली सोना दिखाते थे, इसके बाद वो उन्हें नकली सोना चांदी दे देते थे। बताया कि उनमें पकड़े गए होमगार्ड का किरदार पुलिस का होता था। जैसे ही बदमाश नकली सोना या चांदी खरीददार को कम दाम पर देते थे तो होमगार्ड वर्दी पहनकर वहां पहुंच जाता था, जिसके बाद खरीददार पुलिसिया छापेमारी जानकर वहां से भाग जाते थे। इस कार्रवाई की क्षेत्र में खूब चर्चा है।