प्रशासन की लापरवाही से गोशाले में गोवंशों की है जर्जर दशा, 115 गोवंशों पर है सिर्फ 1 कर्मचारी, आपसी लड़ाई में मरणासन्न हुई गाय
सैदपुर। भीषण गर्मियां पड़नी शुरू हो गयी हैं, ऐसे में पशु आश्रय स्थलों की हाल जाना गया। सैदपुर के जौहरगंज में बनाये गए पशु आश्रय स्थल में सूखे चारे की समस्या है। हालांकि कर्मियों द्वारा गोवंशों के लिए सब्जी मंडी से जुटाई गयी हरी सब्जियां डाली जाती हैं। सुबह में पूरे नगर के घरों से जुटाए गए कई कुंतल खाना भी गोवंशों को डाला जाता है। पेयजल के लिये मशीन लगी है, रहने के लिए टीन शेड की व्यवस्था है। इसके बावजूद स्थिति खराब है। आलम ये है कि गोशाले में कुल 115 गोवंश हैं। लेकिन सूखे चारे की पर्याप्त व्यवस्था न होने से वहां पर कई गोवंशों की हालत खराब है। कुल 115 गोवंशों की देखरेख के लिए महज एक कर्मचारी पिंकू तैनात है। वहां पर कई गोवंश खाने के अभाव में बेहद दुर्बल हो गए हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वहां पर हर एक गोवंशों को भोजन नहीं मिल पाता और ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वहां पर बड़े गोवंश छोटे गोवंशों को भगा देते हैं और सारा खाना खुद ही खा जाते हैं। इस बाबत कर्मचारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अधिकारियों के आदेश के अनुसार हमें चारा व खाना हौदी में डालना पड़ता है। वहां पर सिर्फ बड़े जानवर ही पहुंच पाते हैं। बताया कि पूर्व में हम सब्जियों को जमीन पर रख देते थे तो सभी जानवर खा लेते थे लेकिन अब अधिकारियों द्वारा सब्जियों आदि को जमीन पर रखने से मनाकर करके हौदी में डालने को कहा गया है, जिसके चलते अब हम उसी में डालते हैं, जिसे सिर्फ बड़े जानवर ही खा पाते हैं। गोशाले में एक ऐसी छोटी गाय मिली जो पूरी तरह से मरणासन्न थी। कर्मचारी ने बताया कि एक बड़े गोवंश ने आज सुबह ही खाना खाने के दौरान उसे मार दिया, जिससे अब वो उठना तो दूर, गर्दन तक नहीं उठा पा रही है।