एंबुलेंसकर्मियों की तत्परता से कई मरीजों की बची जान, बदले में विभाग ने दिया सम्मान





ग़ाज़ीपुर। जनपद में 108 एंबुलेंस सेवा आपात काल में लोगों की सही मददगार बनकर उन्हें नया जीवन प्रदान कर रही है। यह सब कुछ संभव हो पाता है एंबुलेंस के पायलट और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) की बेहतर सूझबूझ की बदौलत। इसी को देखते हुए जिले के आधा दर्जन एंबुलेंस कर्मियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। 108 एंबुलेंस सेवा के जिला प्रबन्धक संदीप चौबे ने बताया कि शासन की मंशा है कि पीड़ित या उनके परिजनों के द्वारा 108 एंबुलेंस पर कॉल करने के बाद बताए गए लोकेशन पर कम समय में रिस्पांस देकर उन्हें पास के स्वास्थ्य केंद्र या फिर जिला अस्पताल पहुंचाया जाए, जिससे मरीज का समय से इलाज हो सके और उनकी जान बचाई जा सके। ऐसे ही मरीजों के लिए त्वरित प्रतिक्रिया देने वाले पायलट उमेश कुमार, लाला, संतोष यादव, अशोक कुमार, सदन यादव और आईएमटी केसर सिंह ईएमटी को 108 एंबुलेंस के मंडल अधिकारी सुमित दुबे और जोनल अधिकारी मिथिलेश त्रिपाठी द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। ब्लॉक प्रभारी दीपक राय ने बताया कि मौजूदा समय में जनपद में 108 एंबुलेंस की संख्या 37 व 102 एंबुलेंस की संख्या 42 है। अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक करीब 5000 लोगों को एंबुलेंस सेवा के माध्यम से रिस्पॉन्स किया गया है, जिसमें से कई गंभीर मरीज भी आए, जिन्हें जिला अस्पताल के द्वारा रेफर करने पर वाराणसी बीएचयू एवं ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया है। एंबुलेंस चालक उमेश कुमार ने बताया कि इस सम्मान से हम लोगों के कार्य करने की क्षमता बढ़ेगी। हम आगे दोगुनी ऊर्जा से रिस्पांस दे सकेंगे। पायलट लाला ने बताया कि उन्हें इस तरह के सम्मान की उम्मीद नहीं थी। वह हमेशा फोन आते ही बताए गए लोकेशन की तरफ निकल पड़ते हैं, लेकिन सम्मान मिलने से हौसला और भी बढ़ेगा।



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