टीबी उन्मूलन के लिए समिति ने ली शपथ, समिति अध्यक्ष व डीएम ने दिया निर्देश


गोरखपुर। जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष व जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने स्वास्थ्य विभाग को दिशा-निर्देशित किया है कि जिले में शत प्रतिशत नियमित टीकाकरण और संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराया जाए। समिति की सोमवार को देर शाम हुई बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना समेत सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों की नियमित तौर पर गहन समीक्षा होगी और समुदाय तक लाभ पहुंचाया जाएगा। इस मौके पर क्षय उन्मूलन में सभी के योगदान के लिए समिति ने शपथ ली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दूबे और जिले के सभी अधीक्षकों व प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की मौजूदगी में जिलाधिकारी ने अपेक्षा जताई कि शहरी क्षेत्र में कोविड टीकाककरण से सभी को आच्छादित करने के लिए नागरिक सुरक्षा कोर, नेहरू युवा केंद्र संगठन, राष्ट्रीय सेवा योजना और निगरानी समितियों का सहयोग लिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समितियों से मदद लेने के अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सक्रिय योगदान लिया जाए। समिति ने निर्णय लिया कि हर सप्ताह टीकाकरण से संबंधित आंकड़ों की समीक्षा होगी और चिकित्सा अधिकारी नेतृत्वकर्ता की भूमिका में समुदाय के बीच जाएंगे और संचार करेंगे। नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी ब्लॉक स्तर की बैठकों में प्रतिभाग करेंगे। प्रत्येक ब्लॉक में कम से कम 200 संस्थागत प्रसव सुनिश्चित किया जाएगा। आशा का समयबद्ध भुगतान होगा और जननी सुरक्षा योजना का 48 घंटे के भीतर भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। समिति की बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक और विभाग के वित्त विभाग को मिला कर एक कमेटी का गठन किया गया जो जननी सुरक्षा योजना के भुगतान प्रक्रिया आदि को देखेगी। आयुष्मान भारत योजना के जिन लाभार्थियों का कार्ड जेनेरेट हो चुका है, उन्हें प्रिटेंड कार्ड मुहैया कराने का भी निर्णय लिया गया। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, एंबुलेंस सेवा आदि के लिए अलग से समीक्षा बैठक का निर्णय लिया गया। बैठक में स्वयंसेवी संस्थाओं ने एचआईवी एड्स, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम, कोविड सर्विलांस के संबंध में प्रस्तुति दी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद ने बताया कि जिला स्वास्थ्य समिति ने इस बात पर जोर दिया है कि नवजात के घर आशा कार्यकर्ताओं की फॉलो अप विजिट सुनिश्चित की जाए। अस्पतालों में बेड आक्यूपेसी बढ़ाई जाएगी और प्रत्येक नोडल अधिकारी अपने कार्यक्रमों की नियमित तौर पर समीक्षा करेंगे । कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए बीपीएम और बीसीपीएम प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के साथ बैठक कर सक्रिय सहयोग करेंगे । इस मौके पर डॉ. रामेश्वर मिश्र, डॉ. गणेश प्रसाद यादव, डॉ. एके चौधरी, एसीएमओ डॉ. एके प्रसाद, अंगद सिंह, डीपीओ हेमंत सिंह, डीपीएम पंकज आनंद, डीसीपीएम ऋपुंजय पांडेय, डब्ल्यूएचओ के डीएसओ डॉ. संदीप पाटिल, यूनिसेफ की डीएमसी नीलम यादव, यूएनडीपी प्रतिनिधि पवन कुमार सिंह, केएन बरनवाल, सुनीता पटेल, डीडीएम पवन कुमार, विजय, आदिल आदि रहे।