विश्व महिला दिवस पर उड़ी धज्जियां, एसडीएम कार्यालय के बाहर जमीन पर बैठकर न्याय का इंतजार करती रह गई महिला
कर्नलगंज। रविवार को एक तरफ पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा था और भारत के हर हिस्से में केंद्र व राज्य स्तर पर महिला सशक्तिकरण व उनके कल्याण के साथ ही न्याय दिलाने के कार्यक्रम हो रहे थे तो दूसरी तरफ प्रशासन और अधिकारियों के अनदेखी की शिकार एक महिला अपने असहाय पति की लाचारी के चलते खुद उनके नाम का पत्र लेकर न्याय की आस लगाए चौकी, थाने व स्थानीय अधिकारियों सहित उच्चाधिकारियों का चक्कर लगाते दिखी। इसके बावजूद असंवेदनशील जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों की अनसुनी से उसकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी। मोदी सरकार से लेकर योगी सरकार द्वारा महिलाओं के सम्मान व स्वावलंबन पर उनके सशक्तिकरण के जहां आये दिन दावे किये जाते हैं वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के प्रति अधिकारियों व कर्मचारियों की सोच बिल्कुल अलग है। अपनी फरियाद लेकर आई महिला के सम्मान और प्रशासन के चेहरे को दिखाने वाला ये मामला कर्नलगंज का है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कर्नलगंज के कैथोली गांव में निवासिनी महिला न्याय की आस में काफी समय से उप जिलाधिकारी के आवास के गेट पर जमीन पर बैठी दिखाई दी। जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी उसकी अनदेखी कर अंदर किसी सरकारी काम में व्यस्त बताए जा रहे थे। जब कुछ मीडियाकर्मियों ने उसकी तस्वीरें लेकर उससे बातचीत शुरू की तब जाकर अफसरों को उक्त महिला का ध्यान आया और एक कर्मी ने उक्त महिला को वहां से उठकर अंदर जाकर हाल में बैठने को कहा। बहरहाल, महिला को न्याय मिलता है या नहीं, ये भविष्य के गर्भ में है।