सादात : एनएच 124-डी के निर्माण के लिए गिराए जा रहे निर्माण लेकिन अब तक मुआवजा न मिलने से काश्तकारों में पनप रहा आक्रोश
सादात। एनएच 124-डी पर सादात में अधिग्रहित किए जाने वाली जमीनों को खाली करने के लिए दो माह का नोटिस दिया गया है। इसके डेढ़ माह बीतने के बावजूद अब तक एक भी काश्तकार या भवन स्वामी को मुआवजा नहीं दिए जाने से लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है। मजे की बात तो यह है कि भवनों का मुआवजा दिए बिना ही कार्यदायी संस्था द्वारा कई लोगों के मकानों को ध्वस्त कर दिया गया है। जिसे लेकर भू-स्वामियों का आक्रोश किसी दिन सड़क पर धरना प्रदर्शन के रूप में सामने आ सकता है। वहीं अधिकारी से लेकर विभागीय कर्मचारी जल्द ही मुआवजे का भुगतान किए जाने का रटा रटाया जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं। बता दें कि सैदपुर से मरदह तक वाया सादात, जखनियां निर्माणाधीन एनएच 124 डी मार्ग पर सादात और डहन गांव के संरचना का एवार्ड काफ़ी दिनों से रुका था। इसमें सादात के स्ट्रक्चर का एवार्ड जहां बीते 10 सितम्बर को जारी हुआ था, वहीं डहन गांव का एवार्ड छह दिन पहले ही जारी हुआ है। एवार्ड जारी होने के बाद क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा संरचना प्रतिफल नोटिस मकान मालिकों को देते हुए 60 दिन में अपने निर्माणों को हटाने को कहा था। डहन को छोड़ दें तो सादात में एवार्ड जारी हुए डेढ़ महीने बीत गए लेकिन एक भी भवन आदि के मुआवजे का भुगतान नहीं किए जाने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। कई लोगों को मुआवजा दिए बिना ही उनके भवन गिरा दिए गए हैं, जिससे जिम्मेदार अधिकारी के प्रति लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। यदि यही स्थिति रही तो किसी दिन लोगों का गुस्सा धरना प्रदर्शन के रूप में सामने आ सकता है।