भाजपा विधायक व उनकी पत्नी के बाद अब आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के भाई पर सपाईयों का हमला, लूटे मोबाइल व रूपए, कहा - मेरे क्षेत्र में सपा के अलावा और कोई नहीं कर सकता प्रचार
नंदगंज। सपा कार्यकर्ताओं द्वारा बीते कुछ दिनों में लगातार गैर सपा के प्रत्याशियों व उनके समर्थकों द्वारा दुर्व्यवहार द्वारा मामला सामने आ रहा है। बीते दिनों भाजपा के सैदपुर से प्रत्याशी सुभाष पासी, उनकी पत्नी रीना सुभाष पासी व जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह पर सपा समर्थकों द्वारा हमले किए जाने के बाद अब आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी व जिलाध्यक्ष राकेश कुमार पर सपाईयों ने हमला किया है। इस मामले में उन्होंने नंदगंज थाने में नामजद तहरीर दी है। सैदपुर के डहरा कलां निवासी राकेश कुमार ने बताया कि रविवार की शाम सवा 6 बजे उनका प्रचार वाहन सईचना त्रिमुहानी पहुंचा। वहां बाइक सवार दो युवक आए और उनके भाई रविकांत कुमार को गालियां देते हुए रोक दिया। कहा कि मेरे क्षेत्र में सपा के अलावा और कोई पार्टी प्रचार नहीं कर सकती। उन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रचार वाहन को जबरदस्ती सपा का गाना बजाने को कहा। जब उसने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा इस गाने का परमिशन दिया गया है, ये सुनते ही वो आगबबूला हो गए और रविकांत को जमकर मारा पीटा, साथ ही उसका मोबाइल व उसके पास मौजूद 3 हजार रूपया लूटकर फरार हो गए। सूचना के बाद राकेश मौके पर पहुंचे तो कुछ लोगों ने बताया कि उक्त मनबढ़ मुस्तफाबाद निवासी योगेश यादव पुत्र विक्रम यादव, दीपक यादव पुत्र अक्षयवर यादव व आशु यादव पुत्र राधे यादव थे। बताया कि जब राकेश उन तीनों के बारे में ग्रामीणों से पूछताछ कर रहे थे तो वो मनबढ़ लाठी डंडे लेकर फिर वहां पहुंचे, जिसके बाद राकेश को अपना प्रचार वाहन लेकर वहां से भागना पड़ा। थानाध्यक्ष को तहरीर देकर कहा कि इस मामले में वो कार्रवाई करें, अन्यथा ये मनबढ़ समर्थक बड़ी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं। बता दें कि कुछ दिनों पूर्व सैदपुर के विधायक व वाई श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त सुभाष पासी के अलावा उनकी पत्नी रीना पासी व जिले की प्रथम नागरिक जिपं अध्यक्ष सपना सिंह के साथ भी सपा समर्थक तोड़फोड़ व अराजकता कर चुके हैं। इस तरह की घटनाओं के बाद आमजन में यही चर्चाएं हैं कि जब विपक्ष में रहकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं तो सत्ता में आने के बाद आम जनता या अन्य दलों के समर्थकों का क्या होगा, ये स्पष्ट दिखाई दे रहा है। वो बंगाल की ममता बनर्जी के समर्थकों से भी सपा समर्थकों की तुलना कर रहे हैं। क्योंकि बंगाल में विधानसभा चुनावों के दौरान तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा भयानक रूप से खूनी होली खेली गई थी।