गाजीपुर : सोशल मीडिया का समाज में सकारात्मक व नकारात्मक असर पर पीजी कॉलेज में पेश हुआ शोध प्रबंध
गाजीपुर। जिले के स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पूर्व शोध प्रबन्ध प्रस्तुत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें समाजशास्त्र विषय के शोधार्थी राजेश गुप्ता ने अपने शोध प्रबंध ‘सोशल मीडिया का सामाजिक संबंधों पर प्रभाव (गाजीपुर नगर पर आधारित एक समाजशास्त्रीय अध्ययन)’ को प्रस्तुत किया। कहा कि सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब इत्यादि ने लोगों के सामाजिक व्यवहार और जीवन शैली को परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में यह समाज का अभिन्न अंग बन गया है, जो विचारों, समाचारों, सूचनाओं के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है। सोशल मीडिया संचार के सभी साधनों में सबसे पसंदीदा साधन है, क्योंकि एक ही जगह बहुत सी सुविधाओं जैसे प्रतिबिंब साझा करने, श्रव्य दृश्य साझा करने, प्रोफाइल बनाने और पोस्ट को पसंद एवं नापसंद करने की सुविधा को आसानी से उपलब्ध कराता है। यह एक अपारम्परिक मीडिया है, जो इंटरनेट के माध्यम से सामाजिक संबंधों को स्थापित करने एवं उन्हें विस्तार देने में सहायक है। वर्तमान में यह संचार का एक सशक्त माध्यम है, जिसने संपूर्ण विश्व को एक नया आयाम प्रदान कर ’ग्लोबल विलेज अवधारणा को जन्म दिया है। सोशल मीडिया के समाज में सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रभाव देखे जा रहे हैं। एक ओर समाज में यह सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक व शैक्षणिक विकास का साधन बना है तो दूसरी ओर लोगों को आभासी जीवन की ओर प्रवृत्त कर लोगों में निराशा एवं अकेलापन भी विकसित कर रहा है। इसके अत्यधिक उपयोग से विभिन्न प्रकार के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं। इन सभी नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए एक जन जागरूकता अभियान की जरूरत है, साथ ही लोगों को यह भी समझने की जरूरत है कि वह मोबाइल और सोशल मीडिया के उपयोग को लेकर सावधानी बरतें तथा इस प्रकार का वातावरण घर में निर्मित करें जिसमें लोग सोशल मीडिया की जगह पारिवारिक सदस्यों को समय देने हेतु प्रेरित हों। इस मौके पर प्राचार्य प्रो. डॉ. राघवेन्द्र पाण्डेय, प्रो. डॉ. जी. सिंह, प्रो. डॉ. एसएन सिंह, प्रो. डॉ अरुण यादव, प्रो. डॉ. सुनील कुमार, प्रो. डॉ. संजय चतुर्वेदी, डॉ. कृष्ण पटेल, डॉ. रामदुलारे, डॉ. हरेंद्र सिंह, डॉ सोहराब अंसारी, विभागाध्यक्ष डॉ. रुचि मूर्ति सिंह, डॉ. उमा निवास मिश्र आदि रहे।