गोरखपुर ने दिया सुपोषण का संदेश, सामुदायिक भागीदारी के साथ बनाई गई एक किमी तक की वृहद मानव श्रृंखला





गोरखपुर। पोषण माह में सामुदायिक भागीदारी के साथ एक किलोमीटर से अधिक दूरी तक हजारों लोगों की लम्बी मानव श्रृंखला बनाकर जनपद ने सुपोषण का संदेश दिया है। मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना के दिशा निर्देशन में पोषण माह के तहत रामगढ़ ताल के पास मंगलवार को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला विकास अधिकारी राज मणि वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव कुमार मिश्र, डीसी एनआरएलएम, सहयोगी विभागों के अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ स्कूली बच्चे भी मानव श्रृंखला का हिस्सा बने। सभी प्रतिभागियों को पोषण शपथ भी दिलाई गई। डीपीएम ने बताया कि मानव श्रृंखला का उद्देश्य सुपोषण के मुद्दे पर जागरूकता के साथ साथ एकता और समर्थन प्रदर्शित करना है। इसके जरिये पोषण के मुद्दे पर लोगों का ध्यान आकर्षित करने के साथ साथ समन्वय बढ़ाने का प्रयास किया गया। देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के विजन के अनुसार पोषण अभियान को जनांदोलन बनाने में इससे काफी लाभ मिलेगा। यह मंच पोषण को लेकर सकारात्मक सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन की दिशा में मददगार बनेगा। यूनिसेफ़ के मंडलीय समन्वयक सुरेश तिवारी, डीसी एनआरएलएम आरपी सिंह, वशिष्ठ सिंह, वेद प्रकाश मिश्रा, अमित कुमार सिंह, एके पाल, प्रोफेसरों व डीन छात्र कल्याण ने आयोजन में प्रमुख तौर पर सहयोग प्रदान किया। डॉ मिश्रा ने बताया कि कुपोषण जनस्वास्थ्य से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। इससे निपटना तभी संभव होगा जबकि सरकारी प्रयासों के साथ साथ सामुदायिक प्रयास भी शामिल हों। इसके लिए जागरूकता का स्तर बढ़ाना सबसे महत्वपूर्ण कदम है। पोषण माह में जनजागरूकता के स्तर को बढ़ाने के लिए विविध प्रयास किये जा रहे हैं। इन प्रयासों के जरिये संदेश दिया जा रहा है कि सही पोषण में ही देश का भविष्य छिपा हुआ है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां कुपोषित बच्चों को तो ढूंढ ही रही हैं, साथ ही गर्भवती को गर्भावस्था में सही देखभाल में भी मदद कर रही हैं, ताकि जिले को सुपोषित बनाया जा सके। समाज के सभी वर्गों के लोग इन प्रयासों से जुड़ेंगे तो यह कार्य और भी आसान हो जाएगा। मानव श्रृंखला और पोषण शपथ कार्यक्रम के बाद एनेक्सी भवन सभागार में जनजागरूकता गोष्ठी का भी आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में नन्हें मुन्ने बच्चों को ही मंचासीन किया गया और संदेश दिया गया कि हमारे पाल्यों का सुपोषित होना नितांत आवश्यक है। डीडीओ राजमणि वर्मा ने कहा कि पोषण अभियान को जनांदोलन बनाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में समन्वित प्रयास किये जाएं। मानव श्रृंखला बनाने के दौरान ढोल नगाड़ों के बीच सुपोषण संबंधी नारे लगाए गए। छोटे-छोटे बच्चों ने पोषण जुलूस का नेतृत्व भी किया।



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