धूम्रपान निषेध दिवस पर शिक्षण संस्थानों में हुए आयोजन, छात्रों को किया गया जागरूक





खानपुर। दुनिया के किसी अन्य देश के मुकाबले भारत में धूम्रपान से होने वाली बीमारियों से मरने वाले लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। धूम्रपान निषेध दिवस पर शिक्षण संस्थानों में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। ईशोपुर स्थित पीजी कालेज में डॉ राजेश पाल ने कहा कि सेहत के लिए तंबाकू का सेवन जानलेवा है। धूम्रपान वाले व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य संग शारीरिक सेहत पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। डॉ पारसनाथ यादव ने बताया कि धूम्रपान करने से धमनियां कमजोर होने लगती हैं और कोरोनरी हार्ट डिजीज व स्ट्रोक हो सकता है। कोविड काल के बाद युवाओं के स्तर पर बढ़े हार्ट अटैक के लिए धूम्रपान को भी एक संभावित कारक माना जा रहा है। किसी भी प्रकार के धूम्रपान फेफड़े के कैंसर, ब्रेन हेमरेज और पक्षाघात के प्रमुख कारण हैं। सिगरेट व तंबाकू मुंह, मेरूदंड, कंठ एवं मूत्राशय कैंसर के रूप में प्रभावी होते है। सिगरेट व तंबाकू में मौजूद कैंसरजन्य पदार्थ शरीर की कोशिकाओं के विकास को रोककर उनको नष्ट करते हैं।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< रमजान में बाजारों में बढ़ी रौनक, एक माह बाद मनाई जाएगी ईद
कृष्ण सुदामा ग्रुप के चेयरमैन डॉ. विजय यादव के चलते साढ़े 6 हजार लोगों की आंखों में दोबारा लौटी रोशनी, कई जिलों से आते हैं लोग >>