आखिर पुलिस ने कर दिया मोस्ट अवेटेड सुशील वर्मा हत्याकांड का खुलासा, हत्या के बाद 1 सप्ताह में ताबड़तोड़ की थी इतनी घटनाएं
गाजीपुर। जनपद के सबसे चर्चित व पुलिस की काफी किरकिरी करा रहे सुशील वर्मा हत्याकांड को आखिरकार जनपद की पुलिस ने सुलझा लिया। इस घटना में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। बदमाशों के अनुसार उन्होंने हत्या को लूटने के लिए अंजाम दिया था। इसके साथ ही बदमाशों ने कई अन्य मामलों में भी अपनी संलिप्तता कुबूली। बदमाशों को पुलिस कप्तान ने रविवार को मीडियाकर्मियों के सामने पेश कर जेल भेज दिया। बीते 21 सितंबर को सराफा व्यवसायी सुशील वर्मा की अज्ञात बदमाशों ने तब हत्या कर उन्हें लूट लिया था जब वो दुकान बंद कर घर जा रहे थे। जिसके बाद से पुलिस इस डेड एंड केस में खूब हाथ पैर मार रही थी। वहीं सरकार की इस हत्या के चलते किरकिरी होने से नेताओं का भी पुलिस पर खूब दबाव था। शनिवार को पुलिस व क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि दो बदमाश जनपद से गुजरने वाले हैं। जिसके बाद घेरेबंदी कर दोनों को जमानियां तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में दोनों ने अपना नाम अभिषेक सिंह उर्फ बंटी पुत्र वंशराज निवासी सरसौता बहरियाबाद व शशिभूषण सिंह पुत्र धीरेंद्र सिंह निवासी बूढ़नपुर भुड़कुड़ा बताया। बताया कि उन्होंने सुशील को लूटने का प्लान बनाया था। इसके उनके साथी ओमप्रकाश बिंद ने मुखबिरी की थी। बताया कि ओमप्रकाश सिंह, आशीष यादव, आशीष पासी व अजीत सिंह उर्फ कौआ जिला जेल में एक साथ बंद थे। उनके जमानत में काफी रकम खर्च होने के चलते वकील की फीस चुकाने के लिए उन्हें रूपए की आवश्यकता थी। जिसके बाद उन्होंने सुशील को लूटने का प्लान बनाया। ओमप्रकाश ने मुखबिरी की और उसकी लोकेशन बताई जिसके बाद 21 सितंबर को हमने उसे टैक्सी स्टैंड पर गोली मारकर उसका बैग लूट लिया लेकिन उसके बैग में उन्हें कुछ मरम्मत के लिए आए जेवर व चाबियां मिलीं। जिसके बाद हम एक माह के लिए गायब हुए और फिर 23 अक्टूबर को सादात के ससना नहर के पास कसाई से 72 हजार रूपए, 26 अक्टूबर को आजमगढ़ में बैंकमित्र से 89 हजार रूपए, अगले दिन 27 को दुल्लहपुर के बहलोलपुर में ग्राम पंचायत अधिकारी से साढ़े 9 हजार रूपए लूट लिए थे। घटना में पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर घटनाओं में प्रयुक्त किए गए 2 तमंचे समेत बाइक, 11 हजार रूपए नकदी, मोबाइल आदि बरामद किया। इसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।