सैदपुर : फ्री फॉयर खेल रहे दोस्तों को साथ ले जाकर बदमाशों ने उचौरी में मारा ‘हेडशॉट’, डबल मर्डर के बाद पीएसी की 2 कंपनी संग एसपी व आईजी मौके पर





सैदपुर। थानाक्षेत्र की सीमा से महज 200 मीटर दूर खानपुर थानाक्षेत्र के उचौरी स्थित मलदहिया बगीचे में शुक्रवार की सुबह साढ़े 11 बजे अज्ञात हत्यारों ने हॉकी खिलाड़ी समेत दो युवकों की दिनदहाड़े सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिस पहुंची और लाशों को जैसे ही ले जाने का प्रयास करने लगी तो दर्जनों महिलाओं ने एंबुलेंस को रोक लिया। इसके बाद करीब साढ़े 3 घंटे तक शवों को वहीं पर रोककर रखा। मौके पर खानपुर सहित सैदपुर, बहरियाबाद, सादात, शादियाबाद आदि थानों की फोर्स के साथ दो कंपनी पीएसी जवान, सीओ अनिल कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आर. सब्बनवाड, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र प्रसाद और उनके बाद एसपी डॉ. ईरज राजा भी पहुंच गए और घंटों समझाने के बाद आधा लोग मान गए तो महिलाएं नहीं मानीं। जिसके चलते आखिर में कई महिलाओं को गांव के लोगों ने पकड़कर हटाया, तब जाकर करीब साढ़े 3 घंटे बाद लाशों को थाने भिजवाया जा सका। शवों को ले जाने के बाद मौके पर आईजी जोन भी पहुंचे और मुआयना किया। एक युवक की जेब से नशीला पदार्थ भी मिला। रामपुर के चिलौना कलां गांव निवासी 22 वर्षीय अनुराग सिंह धोनी पुत्र संजय सिंह पहले करमपुर स्थित हॉकी स्टेडियम में हॉकी सीखता था। उसके पिता दूसरे की गाड़ी चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। वहीं उसका दोस्त 18 वर्षीय अमन चौहान पुत्र सुभाष चौहान के पिता भी मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। अमन इंस्टाग्राम पर वीडियो आदि बनाकर वायरल करता था और अमन और अनुराग ने इसी माह हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा दी थी। खर्च में परिवार का सहयोग करने के लिए धोनी दिल्ली स्थित एक मोजा कंपनी में काम करता था और कुछ समय पूर्व छुट्टी लेकर घर आया था। वहीं अमन भी मुंबई जाने वाला था। ग्रामीणों का कहना था कि दोनों कल ही जाने वाले थे। इस बीच शुक्रवार की सुबह वो दोनों गांव के ही एक मंदिर पर अपने एक अन्य दोस्त के साथ बैठकर फ्री फॉयर खेल रहे थे। इस बीच उनके किसी परिचित युवक ने उन्हें कुछ कहा और तीनों को अपनी बाइक पर बैठाकर कहीं ले जाने लगा। मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि जब बाइक सवार ने वहां बैठे अमन, धोनी व तीसरे युवक को साथ चलने को कहा तो तीसरे युवक ने कहा कि तुम लोग चलो, मैं अपनी बाइक से आ रहा हूं। इस बीच जब तक तीसरा साथी आगे पहुंचता, अमन व धोनी एक ही बाइक पर बैठकर मलदहिया बगीचे में पहुंचे। वहां पहले से ही 3 छोटे बच्चे लकड़ी बीन रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि वहां मौके पर हत्यारों में कुल 4 लोग मौजूद थे। इस बीच अमन व धोनी से उनकी बहस हुई और उसी समय वहां मौजूद दो छोटे बच्चे तो भाग गए लेकिन एक बच्चा वहां खड़ा रह गया। उसी समय बदमाशों ने असलहा निकाला और अमन व धोनी के सिर में सटाकर प्वाइंट ब्लैंक से एक-एक गोली मारी। गोली उनकी खोपड़ी में लगी, जिससे धोनी व अमन करीब 5 मीटर के दायरे में लहूलुहान होकर गिर पड़े। इसके बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। घटना के बाद गोली की आवाज सुनकर मौके पर भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंची पुलिस जब शवों को ले जाने लगी तो महिलाओं ने एंबुलेंस का रास्ता रोक लिया। इसके बाद घंटों तक वो एंबुलेंस को रोककर खड़ी रहीं और फिर सामने बैठ गईं। उनका कहना था कि गांव के ही युवकों से दोनों की एक साल पुरानी दुश्मनी थी, जिसमें करीब एक सप्ताह पूर्व पंचायत भी हुई थी। उन्हीं ने इनकी हत्या की है। वो शवों को ले जाने के पूर्व बदमाशों की गिरफ्तारी व बड़े अधिकारी को बुलाने की मांग कर रही थीं। उनकी मांग पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी व पुलिस अधीक्षक भी पहुंचे और समझाया बुझाया। लेकिन अब तक अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़ी महिलाएं इस बात पर अड़ गईं कि बदमाशों को तत्काल पकड़कर लाया जाए, तभी शव जाने देंगी। वो बार-बार कह रही थीं कि डेढ़ दशक पूर्व भी दो हत्याएं हुई थीं और उसमें भी पुलिस ने खास काम नहीं किया। इसलिए वो शवों को नहीं जाने देंगी। इधर घटना बड़ी होती देख मौके पर 5 थानों की फोर्स समेत पीएसी की दो कंपनी भी पहुंच गई और स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गई। फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर सुराग व गोलियों के खोखे इकट्ठा किया। एसपी ने समझाया कि अगर शवों को नहीं जाने दिया जाएगा तो हत्यारे कैसे पकड़े जाएंगे। क्योंकि पुलिस तो कानून व्यवस्था संभालने के लिए यहीं खड़ी रहेगी तो उन्हें पकड़ेगा कौन? आखिरकार साढ़े 3 घंटे की समझाईश के बाद ग्रामीण माने लेकिन एंबुलेंस के सामने धरना देकर बैठी महिलाएं मानने को तैयार नहीं थीं। उन्होंने मुख्य रास्ते पर एक चार पहिया भी खड़ा करा दिया था। मौके पर मृतक अमन की मां गमला देवी व धोनी की मां आरती देवी अपने बच्चे की मौत के बाद बिलख रही थी। उनकी बहनों को रोता देख हर किसी की आंखें नम हो जा रही थीं। आखिरकार गांव के पुरूषों ने धरना दे रही महिलाओं को पकड़ा तो एंबुलेंस किनारे से निकल सकी। इसके कुछ ही देर बाद मौके पर आईजी जोन पहुंचे और मुआयना करने के साथ ही लोगों से पूछताछ की। खुद को प्रत्यक्षदर्शी कहने वाले एक युवक ने पुलिस को गांव के ही एक युवक का नाम बताया। कहा कि घटना के पहले भी वो यहां आया था और गोलीकांड के समय वो यहां मौजूद था और इसके बाद से ही फरार है। जिसके पुलिस ने उसका नाम पता नोट किया और जांच में जुट गई। वहीं मृतक का चचेरा भाई व धरना दे रही महिलाएं गांव के ही धर्म विशेष के युवक का नाम लेकर बार-बार उसके घर जाने की बात कर रहे थे कि उसके घर जाकर हम ही उसे पकड़ेंगे। इधर एसपी ने बताया कि जल्द से जल्द हत्या का खुलासा होगा। बताया कि खुलासे के लिए 4 टीमें गठित की गई हैं। सभी टीमें हर एंगल से तफ्तीश कर रही हैं। बता दें कि पुलिस की गठित की गई टीमें पुरानी दुश्मनी सहित प्रेम प्रसंग, नशे की लत आदि हर एंगल से पड़ताल कर रही है। ऐसे में जल्द ही खुलासे की संभावना है। मृतक अमन व धोनी दोनों दो भाई ही थे और सबसे छोटे थे। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में कोहराम मचा हुआ है। वहीं इस मामले में शैलेंद्र सिंह पुत्र जगनारायण सिंह ने मेराज पुत्र कासिम, अंकित सोनकर पुत्र पिंटू सोनकर व बिल्लू पुत्र गुड्डू के खिलाफ नामजद तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। जिसके बाद गठित की गई टीमों ने 5 से 6 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। इधर हत्या के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस पर तंज कसा।



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